पटना। जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू ने उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार और बिहार सरकार की उपलब्धियों को अपनी उपलब्धि गिनाने मे इन्हें गँवारा नहीं लगता है। ऑकड़ों और तथ्यों को तोड़ मड़ोड़कर पेश करने की कला में महारथ हासिल कर रखा है। नीतीश सरकार में तमाम महत्वपूर्ण विभाग भाजपा और उसके विधायकों के पास है। फिर भी विकास के लिए केन्द्र की मोदी सरकार की ओर टकटकी लगाना फ़ितरत बन गयी है। राजेश रंजन पप्पू ने कहा कि सुशील कुमार मोदी के सत्ता में बने रहने की दोहरी रणनीति के कारण भाजपा ज़मीन से कटे और विचारधारा से रहित पार्टी बन गयी हैं। सिद्धांत सिर्फ दिखावा और बाहरी आडंबर भर है। उन्होंने सुशील कुमार मोदी पर हमला करते हुए कहा कि इनका उद्देश्य जनता की सेवा नहीं ; बल्कि किसी तरह सत्ता पाना है। इसका उदाहरण गिनाने के बजाय आवाम पर छोड़ दिया जाए। पिछले महज एक साल की राजनीति को देखें तो झूठ और दुष्प्रचार के सिवाए कुछ नहीं दिखाई पड़ता है। बिहार विधान सभा चुनाव के पहले ही न्याय के साथ विकास की आंधी में भाजपा – जदयू कहीं टिक नहीं पा रही हैं। तभी तो भाजपा और जदयू लगातार बिरोधी दल के नेताओं को प्रलोभन देकर अपने-अपने दल में शामिल कराकर राजग की जड़ मजबूत करने मे जुटे हैं।. जाप (लो•) के राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू ने कहा कि सुशील कुमार मोदी की थेथ्रोलॉजी की हद पार कर गयी है । वह प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरु की गई ” प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना ” के माध्यम से गांव व टोलों के सड़क निर्माण की उपलब्धि को भी बिहार सरकार और उसमें अपनी भूमिका को दर्जा दिलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। तब से आज तक बिहार में 64 हजार 199 करोड़ ग्रामीण सड़कों के निर्माण पर हुए खर्च को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी गिनाकर आखिर क्या जताना चाहते हैं। साथ ही वह कहते हैं कि बीते पांच साल में चार हजार 668 करोड़ ग्रामीण सड़कों के निर्माण पर खर्च किए गए हैं। यही है सुशील कुमार मोदी की जनता को भ्रमित करने की बानगी। ऐसे उदाहरण भरे पड़े हैं जो समय के साथ आपके समक्ष मुल्यांकन के लिए जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) प्रस्तुत करते रहेगी।
रुपेश की रिपोर्ट.