लुधियाना 30 अगस्त कोविड-19 के मद्देनजर आज एतिहासिक जामा मजिस्द में यौमे आशूरा के अवसर पर हजरत इमाम हुसैन रजि. अल्लाह अनहू की याद में ऑन लाइन शहीद ऐ करबला कांफ्रेंस का आयोजन मजलिस अहरार इस्लाम द्वारा किया गया। जिसकी प्रधानगी शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने की। इस अवसर पर पावन कुरान शरीफ की तलावत कारी मुहम्मद मुहतरम द्वारा की गई और प्रसिद्व शायर गुलाम हसन कैसर, कारी मुहम्मद मुस्तकीम करीमी ने नातिया कलाम पेश किया।
कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि आज का दिन विश्व के एतिहास मेें बहुत विशेष है। इस दिन अल्लाह ताआला ने बड़ी रहमत व बरकत वाला बताया है, और इस्लाम धर्म में मुहर्रम की 9 व 10 तारीख को रोजा रखने को कहा गया है। शाही इमाम ने कहा कि आज से 1400 वर्ष पहले आज के दिन करबला के मैदान में पैंगबर इस्लाम हजरत मुहम्मद सलल्लाहु अलैही वस्लम के नवासे हजरत इमाम हुसैन रजि. अल्लाह अनहू ने अपने पूरे परिवार व साथियों के साथ वक्त के जालिम हुक्मरानो के खिलाफ सच्चाई की आवाज बुलंद करने के कारण शहीद कर दिए गए। उन्होंने कहा कि विश्व भर में सरकारों के खिलाफ सच्चाई की आवाज उठाने का पहला संदेश मैदान ए करबला से हजरत इमाम हुसैन रजि. अल्लाह अनहू ने दिया जो कि हमेशा याद रखा जाएगा। शाही इमाम ने कहा कि इस शहादत को कभी भुलाया नही जा सकता और जो कौम अपने शहीदो को भूल जाती है उनका वजूद खत्म हो जाता है। शाही इमाम ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने उस समय के जालिम बादशाह से कौम व धर्म को बचाने के लिए कुर्बानी दीं थी।
शाही इमाम ने कहा कि यौमे आशूरा के दिन ही अल्लाह पाक ने जमीन,आसमान,हवा,पानी,इंसान व हर चीज को बनाया और 10 मुहर्रम यौमे आशूरा के दिन ही कयामत आएगी। शाही इमाम ने बताया आज के दिन हमे अपने घर वालो पर दिल खोल कर खर्च करना चाहिए और इस दिन गरीबो की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी मुसलमान किसी यतीम को खाना खिलाता है अच्छे कपड़े पहनाता है और बाद में उस यतीम के सिर पर प्यार से हाथ फेरता है और जितने वाल उसके हाथों के नीचे से निकलेगे अल्लाह पाक उसको हर वाल के बदले में नेकियां देते है। कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद रहमानी लुधियानवी ने मैदाने करबला का किस्सा बयान करते हुए हजरत इमाम हुसैन रजि. अल्लाह अनहू की बहादुरी की दास्तान बयां की। उन्होंने कहा कि कयामत तक आने वाले लोगो के लिए करबला का मैदान सच्चाई व इमानदारी देने का संदेश देता रहेगा।
निखिल दुबे की रिपोर्ट.