भारत सरकार ने 2 सितंबर, 2020 को बड़ा ऐलान कर दिया है। बता दें कि पबजी समेत कुल 118 एप्स पर देश में प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। इस बात से आप शायद वाकिफ हैं कि पबजी मोबाइल का स्वामित्व और किसी के पास नहीं बल्कि चीनी कंपनी टेनसेंट के पास ही है।
वहीं, चीन के वाणिज्य मंत्रालय का कहना है कि – मोबाइल एप्स पर भारत का प्रतिबंध चीनी निवेशकों और सेवा प्रदाताओं के कानूनी हितों का उल्लंघन करता है। चीन इस मामले पर गंभीरता से चिंतित है और इसका विरोध करता है।
आपी जानकारी के लिए बता दें कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 2 सितंबर, 2020 को मोबाइल गेम पबजी समेत 118 मोबाइल एप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसी के साथ चीन के मोबाइल एप्स पर भारत की यह तीसरी डिजिटल स्ट्राइक है। इससे पहले जून अंत में भारत ने टिकटॉक समेत चीन के 47 एप्स पर प्रतिबंध लगाया था और उसके बाद जुलाई अंत में 59 चीनी एप्स प्रतिबंधित किए थे। हालांकि सरकार ने इस फैसले के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा का ही हवाला दिया था।
यही नहीं, मंत्रालय ने खुद इस संबंध में जारी एक विज्ञप्ति में साफ कहा है कि – सरकार ने 118 मोबाइल एप्स पर प्रतिबंध लगाया है जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूरी तरह से खतरा हैं।
मंत्रालय ने आगे यह भी कहा कि उसे विभिन्न सूत्रों से कई शिकायतें मिली हैं और कई ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं जिनमें पता चला है कि एंड्रॉयड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कई मोबाइल एप उपयोगकर्ताओं का डाटा चुरा रहे थे और तो और भारत से बाहर लोकेशंस पर अव्यवस्थित तरीके से भेज रहे थे।
प्रिया की रिपोर्ट.