पैंगोंग की अहम चोटियों पर भारत ने मजबूत की पकड़, भारी तादात में सैनिक तैनात.. लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पैंगोंग झील के पास तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, फिंगर 3 के पास भारत की तरफ से भारी संख्या में सैनिकों को तैनात किया जा रहा है. पिछले 48 घंटों में पैंगोंग झील के उत्तर में हलचल काफी ज्यादा बढ़ गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पैंगोंग झील के पश्चिम की तरफ चीन की सेना आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है. दरअसल, 29-30 अगस्त को हुई झड़प के बाद से भारत के सैनिक अब पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर ऊंची चोटियों पर पहुंच गए हैं. जबकि चीन की सेना यहां के निचले इलाकों में है. ऐसे में चीन की बौखलाहट बढ़ गई है और वो आगे के तरफ बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं.फिंगर 3 के पास बढ़ा तनाव.चीन ने बातचीत के बाद भी फिंगर 4 का इलाका कभी खाली नहीं किया. मंगलवार की रात इन इलाकों में चीन ने करीब 2000 सैनिक तैनात कर दिए. चीन की हरकत के बाद भारत ने भी फिंगर 3 के पास करीब इतनी ही संख्या में फौज को तैनात कर दिया. लिहाजा इलाके में तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है.एक दूसरे के सामने खड़ी है सेना. दावा किया है कि दोनों देशों की सेना एक दूसरे से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पड़ खड़ी है. उन्होंने कहा, ‘दोनों देशों की सेना हथियार से लैस है. ऊंची पहाड़ियों से वो एक दूसरे को देख रहे हैं. यहां रात का अभी से ही भीषण ठंड पड़ने लगी है.’ उधर एक और सूत्र का कहना है कि भारत ने यहां कोई अतिरिक्त सेना की तैनाती नहीं की है बल्कि आस-पास के इलाकों में मौजूद सेना की टुकड़ियों को यहां जमा किया गया है.कहां-कहां हैं चीन के सैनिक?फिंगर 4 के हिस्से को ग्रीन टॉप कहा जाता है और यहीं पर चीन की सेना है. वो यहां से फिंगर तीन के पास मौजूद भारत के धान सिंह थापा पोस्ट को देख पा रहे हैं. ग्रीन टॉप के उत्तर में एक किलोमीटर की दूरी पर पिंपल हाइट पर भी चीन का कब्जा है. यहां तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है. सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना फिंगर 3 पर पहुंचना चाह रही है, लेकिन यहां भारी संख्या में चीन के सैनिक तैनात हैं. सूत्रों का दावा है कि सेना ने कुछ दिन पहले यहां पहुंचने की कोशिश भी की थी. लेकिन फिलहाल कामयाबी नहीं मिली है.इलाके में भारत का कब्जा.भारतीय सेना ने पैंगोंग त्सो झील के किनारे फिंगर 4 पर चीनी सेना की स्थिति को देखते हुए ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया है. सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी मिली है. सूत्रों ने बताया कि अगस्त के आखिर में पंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे के पास ऊंचाइयों पर कब्जा करने के लिए पूर्ववर्ती कार्रवाइयों के साथ ये ऑपरेशन किए गए थे. वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव बढ़ने के बीच सूत्रों ने कहा कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के लगभग 50-60 सैनिक सोमवार शाम छह बजे के आसपास पैंगोंग झील क्षेत्र के दक्षिणी तट स्थित भारतीय चौकी की ओर बढ़े लेकिन वहां तैनात भारतीय सेना के जवानों ने दृढ़ता से उनका सामना किया, जिससे उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा.
धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट.