धारा 370 हटाने वाले ऐतिहासिक पुरुष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पसंद है ढाबा स्टाइल चाय, पीएम मोदी के खानपान के बारे में.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज जन्मदिन है. पीएम मोदी आज 70 साल के हो गए हैं. लेकिन इस उम्र में भी पीएम मोदी काफी फिट नजर आते हैं. उनकी फिटनेस का राज योग और उनका खानपान है. पीएम मोदी ने योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई और उनकी पहल के बाद ही हर साल योग दिवस मनाया जाने लगा. लेकिन आज हम आपको पीएम मोदी के योग या प्राणायाम की आदतों के बारे में नहीं बल्कि उनके खानपान की आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं.सादा है खानपान:पीएम मोदी का खानपान हमेशा से ही काफी सादा रहा है. बचपन के दिनों से ही घर की तंगहाली के कारण उनका जीवन काफी सादा रहा है. बचपन के दिनों में पीएम मोदी की मां हीराबेन उन्हें नाश्ते में चाय के साथ बाजरे की रोटी दिया करती थीं. लंच में पीएम मोदी के घर कढ़ी बनती थी और रात के खाने में खिचड़ी. पीएम मोदी के घर तभी सब्जी या गेहूं की रोटी बनती थी जब कोई मेहमान आता है. शुरुआत से ही सादा खाना खाने की वजह से कभी पीएम मोदी को वजन बढ़ने की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा. इसके अलावा पीएम मोदी आर.एस.एस में भी थे जहां पर भी खानपान में परहेज की ताकीद दी जाती है.पीएम मोदी को पसंद है ढाबा स्टाइल मसाला चाय.सन 1995 में जब पीएम मोदी दिल्ली आए थे, उनकी खानपान की आदतें काफी साधारण थीं. गुजरात वापस लौटने पर, उन्होंने अपनी इस डाइट में भी काफी बदलाव किए. पीएम मोदी को चाय काफी पसंद है. इसके बावजूद उन्होंने रोजाना चाय पीना काफी कम कर दिया है और यहां तक कि उन्होंने मसाला चाय भी काफी कम कर दी . जब वो गुजरात में मुख्यमंत्री थे उस समय की बात है, मंच से वापस लौटने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि मैं ग्रीन टी से तंग आ चुका हूं. अगर हो सके तो मेरे लिए ढाबे वाली चाय का बंदोबस्त करा दें.पीएम मोदी के आग्रह पर मसाला चाय की व्यवस्था कर दी गई लेकिन ऐसा दुर्लभ ही था जब उन्होंने किसी चीज के लिए तीव्र इच्छा प्रकट की थी. मुख्यमंत्री का पद संभालने के दौरान ही पीएम मोदी ने बिना चीनी की चाय लेनी शुरू कर दी जोकि उनकी आदत बन गई. पीएम मोदी सुबह की चाय के साथ खाखरा लेना पसंद करते हैं. लंच में वो चपाती और सब्जियां लेते हैं. छाछ उनका पसंदीदा पेय पदार्थ है और रात के खाने में वो खिचड़ी लेना पसंद करते हैं.प्रधानमंत्री मोदी ने 10 ऐतिहासिक कार्य किए, सपना में भी नहीं सोचा जाने वाला धारा 370 को हटाया. योगी आदित्यनाथ का उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया, 500 वर्ष पुराने राम मंदिर के मामले को खत्म करवा का कांग्रेस की राजनीती को ख़त्म किया , पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की और उसको उसकी औकात दिखाई. चीन को औकात बताइए, यह देश 1962 का भारत नहीं, बहुत सारे कार्यक्रम गरीबों के लिये बनाया.
कौशलेन्द्र पाण्डेय, संपादक