पूर्वांचल विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए. एन. मिश्रा ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी बात कही है। श्री मिश्रा ने इस विपदा की घड़ी कोरोना संक्रमण के समय में चुनाव करवाना गलत मानते हुए इसको ना करवाने की अपील बिहार की जनता से करते हुय रोक लगाने की बात कही है। भारत में कोरोना वायरस का मामला 50 लाख से ऊपर जा चुका है। ए. एन. मिश्रा ने कंट्री इनसाइड न्यूज़ संवाददाता से बात करते हुए बताया जब किसी राज्य की प्रशासनिक सामाजिक या कानून व्यवस्था सही नहीं होती तो वहां राष्ट्रपति शासन लगाने का प्रावधान है।आज करोना महामारी के कारण सारे देश की सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था अस्त व्यस्त हो चुकी है फिर बिहार में चुनाव क्यों।
कुर्सी के लोभियो को आम जनता के जीवन का कोई ख्याल नहीं पहले ही लोग बहुत तरसते हैं कि कैसे जिएंगे इस महामारी से कैसे बचेंगे। आज जबकि देश में इस महामारी से प्रभावित लोगों की संख्या लगभग 50 लाख हो गई फिर संविधान की दुहाई देकर चुनाव क्यों कराया जा रहा है।
क्या करोना की समाप्ति तक राष्ट्रपति शासन लगा कर राज्य की व्यवस्था चलाने की क्षमता केंद्र सरकार के पास या चुनाव आयोग के पास नहीं है।
चुनाव में आम जनता उत्साहित होकर बाहर आएगी और अगर इस महामारी की चपेट में आ गई तो बिहार जैसे स्वास्थ्य के लाचार प्रदेश में उन गरीबों का इलाज कैसे होगा। मैं एक बिहार वासी होने के नाते बिहार प्रदेश में बसे सभी मतदाता भाई बहनों और अन्य लोगों से विनती करता हूं कि आप स्वयं ही इस चुनाव का बहिष्कार करें। यह नेता चुनाव जीतकर अच्छे अस्पतालों में इलाज करा लेंगे लेकिन अगर आप इस बीमारी से प्रभावित हो गए तो आपका और आपके परिवार का क्या होगा।
केंद्र सरकार से विनती है की लोगों के जीवन के महत्व को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति शासन लगाकर प्रदेश की व्यवस्था चलाई जाए अभी बिहार विधनसभा के इस चुनाव को टाला जाना चाहिए।
निखिल की रिपोर्ट.