श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है. श्राइन बोर्ड ने दूसरे राज्यों से दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाकर 1000 प्रतिदिन कर दी है. कोरोना के कारण पहले ये संख्या 500 प्रतिदिन थी.
इसके साथ ही श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं को दिव्य अटका आरती में शामिल होने की इजाजत भी दे दी है. अब श्रद्धालु ऑनलाइन बुकिंग के साथ ही करंट बुकिंग के जरिए अटका आरती में शामिल हो सकेंगे. बोर्ड के अनुसार, अटका स्थल पर करीब 300 श्रद्धालु ही एक समय में शामिल हो सकते हैं. परंतु, कोरोना महामारी को लेकर श्राइन बोर्ड ने फिलहाल 90 श्रद्धालुओं को ही बैठने की इजाजत दी है. इस दौरान श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी का ध्यान रखना होगा और मास्क पहनना भी जरूरी होगा.
श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अटका आरती व्यवस्था एक बार फिर शुरू कर दी है. साथ ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को भी दोगुना किया गया है और इसके साथ डॉरमेट्री बेड की व्यवस्था भी दोबारा शुरू कर दी गई है ताकि श्रद्धालुओं को वैष्णो देवी यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े. कोरोना महामारी के चलते बंद मां वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा 16 अगस्त से शुरू हुई है, जिसके बाद भक्तों की आमद को देखते हुए उनकी संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है. विशेष तौर पर अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखा जा रही है. उसी क्रम में मंगलवार को अन्य राज्यों के भक्तों की संख्या पांच सौ से बढ़ा कर एक हजार और जम्मू-कश्मीर के 45 सौ में से पांच सौ कम कर चार हजार कर दी है.