सुबह से ही जनता दल राष्ट्रवादी और UDA के समर्थक सड़क पर दुकानों को बंद कराते देखे गये . बंद समर्थकों ने NH 19 को बंद करा दिया है. सड़कों पर टायर जला कर नारेबाजी की जा रही है.किसानों की असली चिंता MSP को लेकर है. कृषि मंडियों को लेकर है. उन्हें डर है कि नए बिल के प्रावधानों की वजह से कृषि क्षेत्र पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट घरानों के हाथों में चला जाएगा. कुछ संगठन और सियासी दल चाहते हैं कि MSP को बिल का हिस्सा बनाया जाए ताकि अनाज की खरीदारी न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे ना हो. केंद्र सरकार की किसान विरोधी कानून के खिलाफ जे.पी.गोलंबर, गांधी मैदान, पटना से सुबह 11 बजे UDA का विरोध मार्च शुरू हो गया । UDA के वरिष्ठ नेता श्री अरुण कुमार-पूर्व सांसद, श्री नागमणि-पूर्व केंद्रीय मंत्री, श्री नरेन्द्र सिंह – पूर्व मंत्री, श्रीमती रेणु कुशवाहा-पूर्व मंत्री, मो अशफ़ाक़ रहमान, प्रशांत गावंडे-किसान नेता, श्री सत्यानंद शर्मा, श्री विष्णु पासवान, मो नौशाद खान, विजेंद्र शर्मा, अशोक कुमार आदि प्रमुख नेता प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते देखे गये.