पंजाब के किसान संगठनों के साथ एकजुटता में नाभा-पटियाला रोड हाल ही में संसद में पारित कृषि संबंधी विधेयकों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में शुक्रवार को हरभजन मान, सिद्धू मूसेवाला और रंजीत बावा सहित कई पंजाबी गायक और अभिनेता सामने आए। मूसेवाला ने मनसा में विरोध प्रदर्शन किया, जबकि हरभजन मान और रंजीत बावा नाभा में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। पंजाब के किसान शुक्रवार को विवादास्पद कृषि विधेयक के विरोध में कई संगठनों द्वारा किए गए “बंद” के आह्वान पर सड़कों पर उतर आए। हरभजन मान ने कहा कि वे कृषि को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। उनके साथ गायक और कलाकार रंजीत बावा, तारसेम जस्सर और कुलविंदर बिल्ला थे। सभा को संबोधित करते हुए बावा ने किसानों को कृषि विधेयक के खिलाफ अपना विरोध तेज करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वे भी इन विधेयकों को लेकर किसानों के जितना ही परेशान हैं। बावा ने कहा कि सरकार को विधेयकों का मसौदा तैयार करने से पहले किसानों की मंजूरी लेनी चाहिए थी। सिद्धू मूसेवाला ने अन्य कलाकारों के साथ मनसा जिले में विरोध प्रदर्शन किया और युवाओं से विधेयकों का विरोध करने की अपील की।
वही मौके पर पहुचे किसान युनियन के बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को कारपोरेट घरानों का गुलाम बनाने पर तुली हुई है, लेकिन अब किसान जाग गए हैं और अपने खिलाफ इस काले कानून को वापस करवा कर ही दम लेगें। यूनियन के राज्य महासचिव ने कहा कि किसान संगठनों द्वारा बंद करने का आह्वान पूरी तरह से सफल रहा। इस मौके पंजाब के प्रमुख गायकों हरभजन मान, हरजीत हरमन, तरसेम जस्सर, कुलविदर बिला, रंजीत बावा, हिमांशी खुराना ने भी धरने में हिस्सा लेकर आश्वासन दिया कि वह इस आंदोलन को सफल बनाने में पूरे दिल से सहयोग करेंगे। सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी हरकेश सिंह सिद्धू ने कहा कि उनके साथ 17 अन्य आइएएस अधिकारियों ने आंदोलन का समर्थन किया है। क्रांतिकारी किसान यूनियन, किसान यूनियन डकौंदा और सिद्धपुर किसान यूनियन ने धरने में भाग लिया।