आज टीपीएस कॉलेज, पटना के आई क्यू ऐसी की ओर से विद्यार्थियों के लिए ‘अनिश्चितता की स्थिति में सकारात्मक एवं प्रेरित रहने की कला ‘ विषय पर”काउंसलिंग प्रोग्राम” का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आई क्यू ऐसी की कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर रूपम ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को कोरोना काल में अनिश्चितता की स्थिति से उत्पन्न मनोवैज्ञानिक तथा मानसिक परेशानियों से उबरने की जानकारी देना है तथा किस प्रकार जीवन के प्रति सकारात्मक भाव को बनाए रख सकते हैं । उन्होंने कहा कि शारीरिक बीमारियों की तरह मानसिक समस्याओं के निदान के लिए भी मनोवैज्ञानिकों की सलाह लेनी चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ निधि सिंह, मनोविज्ञान विभाग, मगध महिला कॉलेज एवं क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट ने बताया कि हमें जीवन के प्रति भी स्वयं को प्रेरित रखने की आवश्यकता है इसके लिए विद्यार्थियों को प्रारंभ में ही लक्ष्य का निर्धारण कर लेना चाहिए। जीवन में वैसे ही लक्ष्य बनाना चाहिए, जिन्हें प्राप्त करना संभव हो। साथ ही हमें अपनी छोटी-छोटी उपलब्धियों पर खुश होना सीखना चाहिए। इसके अतिरिक्त हमें दूसरों के प्रति कृतज्ञता का भाव भी अवश्य रखना चाहिए।
दर्शन परिषद के महासचिव डॉ श्यामल किशोर ने कहा कि व्यकित को सकारात्मक एवं सृजनात्मक भाव के साथ आपदा को अवसर में बदलने का हौसला होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म ग्रंथ भी कर्तव्यनिष्ठता का उपदेश देता है। महाभारत में भी कर्म की प्रधानता पर बल दिया गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि मुझे विश्वास है कि कोरोना महामारी के दौर में प्रासंगिक विषय पर कार्यक्रम के आयोजन से विद्यार्थी लाभान्वित हुए होंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर दीपिका शर्मा ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ विनय भूषण ने किया। वरचूअल मोड में आयोजित कार्यक्रम में प्रो जावेद अख्तर खा, प्रो अंजलि प्रसाद, प्रो कृषनंदन प्रसाद ,प्रो प्रशांत, प्रो उदय कुमार, प्रो नूतन के अलावे सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रो उपेन्द्र प्रसाद सिंह, प्राचार्य, टी पी एस काॅलेज, पटना सभी उपस्थित रहें.