समाज का प्रथम कर्तव्य है कि सामाजिक उत्पीड़न का विरोध करें -दिवाकर शर्मा-जो राजनीतिक पार्टी हमें सम्मान देगी उस पार्टी को समाज का समर्थन मिलेगा। इसके लिए सबसे पहले वैचारिक पहल करने की आवश्यकता है। समाज का प्रथम कर्तव्य है कि सामाजिक उत्पीड़न का विरोध करें ।जिसकी सत्ता बनती है उसकी का इतिहास बनता है । हम लोगों को अभी तक राजनीति सत्ता प्राप्त नहीं हुई है इसका सबसे प्रमुख कारण है कि हम ना संगठित है ना शिक्षित है यह उद्बोधन अखिल भारतीय बढ़ई महासभा के राष्ट्रीय महासचिव दिवाकर शर्मा दरभंगा में सुंदरपुर में आयोजित सम्मेलन में बोल रहे थे ।इस अवसर पर वरीय पदाधिकारी रवींद्रनाथ ठाकुर ने कहा कि राजनीतिक अधिकार बिना संघर्ष के प्राप्त नहीं हो सकता है। इसके लिए आवश्यक है कि राजनीतिक रूप से हम लोग संगठित हो समाज को शिक्षित करने का प्रयास करें ।जिला अध्यक्ष के रूप में मनोनीत सूर्यनारायण शर्मा ने कहा कि अभी तक हम लोगों को ठगने का काम किया गया है अब हम लोग संगठित होकर राजनीतिक उन पार्टियों का समर्थन करेंगे जो हमें सम्मान देगा ।मधुबनी से संगीता ठाकुर ने कहा कि हमने भारत का निर्माण किया है फिर भी पीछे है इसका प्रमुख कारण है कि हम एकजुट नहीं है फिर से खड़ा होने की आवश्यकता है । हमने विश्व का निर्माण किया फिर भी समाज में प्रताड़ित हैं यह विचारणीय विषय है। बेनीपुर प्रखंड से आए हुए रामस्वरूप ठाकुर ने कहा कि संगठन को मजबूत करने की आवश्यकता है प्रत्येक पंचायत में संगठन का निर्माण किया जाए जब तक हम लोग संगठित नहीं होंगे हम लोग इसी तरह समाज में प्रताड़ित होते रहेंगे इस कार्यक्रम में जिला महासचिव के रूप में प्रवीण कुमार को नियुक्त किया गया इस अवसर पर बढ़िया पदाधिकारी को को पागलों में चादर से सम्मानित किया गया कार्यक्रम का संचालन अरुण कुमार ठाकुर ने किया।