बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की गुत्थी अब तक नहीं सुलझी है पर इस मामले को लेकर सियासी बयानबाजी लगातार जारी है। बता दें कि सीबीआई द्वारा गठित एम्स पैनल की रिपोर्ट से यह बात साफ हो गई है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत मर्डर नहीं बल्कि यह एक आत्महत्या का मामला है। एम्स ने अपने रिपोर्ट में किसी भी तरह की हत्या की बात से इनकार कर दिया है।
वहीं, दूसरी ओर शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने अपने बयान में कहा है कि – ‘यह एम्स फॉरेंसिक मेडिकल बोर्ड के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता की रिपोर्ट है और उनका शिवसेना से कोई राजनीतिक संबंध या किसी भी तरह का संबंध नहीं है।’
राउत ने आगे कहा कि – ‘शुरुआत से ही इस मामले में महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। यदि अब सीबीआई जांच पर भी भरोसा नहीं किया जा रहा है, तो हम अवाक हैं।’ शिवसेना ने कहा कि इस मामले में मुंबई पुलिस को बदनाम करने वाले नेताओं और समाचार चैनलों को महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए।
दूसरी ओर, 5 अक्टूबर, 2020 को पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में बॉलीवुड अभिनेता की मौत पर सवाल उठाने वालों पर भी निशाना साधा गया है। संपादकीय में यह लिखा गया है कि – ‘सीबीआई जांच में पता चला है कि सुशांत एक चरित्रहीन और चंचल कलाकार था।’ गौरतलब है कि सीबीआई जांच से पहले मुंबई पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी, जिसपर कई लोगों ने सवाल उठाया था।
प्रिया की रिपोर्ट.