शशिरंजन मिश्रा की रिपोर्ट /सुगौली विधानसभा सीट : महागठबंधन का चौका रोकने के लिए फील्डिंग मजबूत करनी होगी एनडीए को।राजनीति में कुछ भी असंभव नही इसका उदाहरण सुगौली विधानसभा में देखने को मिला । भाजपा से लगातार 15 सालों से मौजूदा विधायक रामचन्द्र साहनी जो कि इस बार भी उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार थे। एनडीए में वीआईपी के शामिल होने के बाद सुगौली की सीट वीआईपी के खाते में गई और नए राजनीतिक समीकरण देखते हुए भाजपा ने लगातार 15 सालों से विजयी विधायक का टिकट काट एक नए प्रत्याशी गोदावरी देवी को दे दिया है। भाजपा से रामचंद्र सहनी के बाद अर्जुन भारती, प्रदीप सर्राफ, और विजय गुप्ता को प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन सब कुछ हटाते हुए पार्टी ने गोदावरी देवी पर भरोसा जताया।
अंग्रेजों के लिए खास रहे सुगौली की दशा-दिशा आजादी के सात दशक बाद भी बहुत नहीं बदली है। हर साल की बाढ़-कटाव यहां की खुशियां बहा ले जाती है। चुनावी जंग में इस सीट पर हमेशा आर-पार की लड़ाई होती है। कांग्रेस के पंजे की पकड़ यहां ढीली पड़ी तो कम्युनिस्टों का गढ़ बन गया और जब लाल झंडा निस्तेज हुआ तो भगवा लहर उठा। फिलहाल सुगौली में महागठबंधन का झंडा रोकने के लिए NDA सीमा रेखा पर अपनी फील्डिंग मजबूत कर रहा है।
पूर्वी चंपारण जिले की इस सीट पर कालांतर में कांग्रेस व वाम दल का दबदबा रहा है। इनका रंग फीका पड़ने पर भाजपा ने हैट्रिक लगा दी। 1957 से 1985 तक चार बार कांग्रेस ने यहां परचम लहराया। 1977 से 1990 तक तीन बार सियासी जंग में सीपीएम का झंडा बुलंद हुआ। दो बार 1995 व 2000 में निर्दलीय हावी रहे। इसमें वर्ष 2000 में जीते विजय प्रसाद गुप्ता मंत्री बने। वर्ष 2005 (अक्टूबर) से 2020 तक में भाजपा इस सीट कोर के बाद पहली बार मंत्री बने। सीटिंग विधायक की उम्मीदवारी एनडीए में ज्यादा मजबूत दिख रही थी लेकिन भाजपा ने सुगौली विधानसभा की सीट वीआईपी के खाते में डाल कर यहाँ से विधायक रहे रामचन्द्र सहनी के अरमानों का गला घोंट दिया। वहीं महागठबंधन ने दमदार लड़ाके शशिभूषण सिंह को मैदान में उतार दिया है, जो पिछले बार सुगौली विधानसभा से निर्दलीय उमीदवार रह कर 16000 वोट अपने खाते में डाले थे।
न बाढ़ से मुक्ति मिली और न मिला अनुमंडल का दर्जा
सुगौली विस क्षेत्र में सुगौली प्रखंड की सोलह पंचायत व एक नगर पंचायत और रामगढ़वा प्रखंड की सोलह पंचायतें हैं। सुगौली की दस पंचायत व एक नगर पंचायत में बाढ़ आने पर जमकर तबाही मचती है। वहीं रामगढ़वा प्रखंड की सात पंचायतों में बाढ़ से जनता त्रस्त रहती है। बाढ़ से स्थायी निदान के साथ साथ सुगौली को अनुमंडल व रघुनाथपुर को प्रखंड का दर्जा देने की मांग यहां वर्षों पुरानी है। जो अभी तक किसी भी सरकार में पूरी नही हो सकी ।
कुल मतदाता: 2,78,543
महिला मतदाता: 1,29,449
पुरुष मतदाता: 1,49,094
कुल आबादी: 6,11,466
थर्ड जेंडर: 09
प्रखंड: सुगौली व रामगढ़वा
मतदान केंद्र: 414
कब कौन किस पार्टी से जीता
1957 जयनारायण कांग्रेस
1962 विद्या किशन कांग्रेस
1967 मोहनलाल मोदी बीजेएस
1969 बद्री नारायण झा कांग्रेस
1972 अजीजुल हक एसओपी
1977 रामाश्रय सिंह सीपीएम
1980 रामाश्रय सिंह सीपीएम
1985 सुरेश मिश्र कांग्रेस
1990 रामाश्रय सिंह सीपीएम
1995 चंद्रशेखर द्विवेदी निर्दलीय
2000 विजय प्रसाद गुप्ता केएसपी
2005(फरवरी) विजय प्रसाद गुप्ता केएसपी
2005(अक्टूबर) रामचंद्र सहनी भाजपा
2010 रामचंद्र सहनी भाजपा
2015 रामचंद्र सहनी