देशवासियों को सोचना होगा क्या फारुख अब्दुल्ला के नेतृत्व में बनी 6 दलों का डेलिगेशन क्या चीन का एजेंट नहीं, कई लोग जो उस बैठक में शामिल रहें ओ लोग देश विरोधी नहीं.जम्मू-कश्मीर को 04 अगस्त, 2019 तक प्राप्त विशेष दर्जे आर्टिकल 370 और 35a की वापसी के लिए सियासी सरगर्मियां तेज़। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फ़ारूक़ अब्दुल्लाह के आवास “गुपकार” में ऑल पार्टी मीटिंग का आयोजन। मीटिंग में पीडीपी और अवामी नैशनल कॉन्फ्रेंस सहित अन्य दलों के नेता शामिल हुए। मीटिंग में गुपकार डिक्लेरेशन को करने पर सहमति बनी। युवाओं को भड़काने वाले और उनको आतंकी बनाने वाले कश्मीर में कौन है उनकी पहचान करने की जरूरत अब देश को है. प्रधानमंत्री मोदी को सख्त एक्शन लेना होगा. चीन और पाकिस्तान के एजेंट प्रधानमंत्री मोदी का कुछ नहीं बिगाड़ सकते, उनके साथ एक कारक जनसंख्या भारत उनके पीछे खड़ा है. देश के सामने एक बहुत ही बड़ा महत्वपूर्ण सवाल है क्या कांग्रेस पार्टी अपने मेनिफेस्टो में सरकार में आने पर 370 धारा वापस लाने का घोषणा करेगी. कांग्रेस गुपकार बैठक में शामिल रही इससे क्या समझा जाएगा.
कौशलेन्द्र, संपादक