बिहार में पहले चरण के लिए मतदान 28 अक्टूबर को होना है और इसी के साथ पांच सालों के लिए राज्य की गद्दी पर कौन सी पार्टी को विराजेगी इसका फैसला 10 नवंबर, 2020 को हो जाएगा।
चुनाव का खेल ही निराला है… मतदाताओं को अपनी ओर करने के लिए हर राजनीतिक पार्टियां पूरे ज़ोर-शोर से लगी रहती है। वहीं, कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 27 अक्टूबर, 2020 को जनता के नाम एक वीडियो संदेश साझा कर दिया है।
बता दें कि इस खास संदेश को राहुल गांधी ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर यह लिखा है कि – ‘बदलाव की बयार है। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी का बिहार की जनता के नाम संदेश आपसे साझा कर रहा हूं। नए बिहार के लिए एकजुट होकर महागठबंधन को जिताने का समय आ गया है।’
अपने इस वीडियो संदेश में सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार और मोदी सरकार पर दोनों निशाना साधते हुए उन्हें बंदी सरकारें करार दे दिया है। व साथ ही उनका यह कहना है कि नए बिहार के निर्माण के लिए जनता तैयार है।
यही नहीं, वीडियो में सोनिया गांधी कहती हैं कि – ‘बिहार के मेरे प्यारे भाईयों और बहनों, मैं बिहार की पवित्र धरती को नमन करती हूं। आज बिहार में सत्ता और उसके अहंकार में डूबी सरकार अपने रस्ते से अलग हट गई है। ना उनकी करनी अच्छी है, ना कथनी। मजदूर आज मजबूर है, किसान आज परेशान है। नौजवान आज निराश हैं। अर्थव्यवस्था की नाजुक स्थिति लोगों के जीवन पर भारी पड़ रही है। धरती के बेटों पर आज गंभीर संकट है। दलितों और महादलितों को बेहाली के कगार पर लाकर छोड़ दिया गया है।’
सोनिया गांधी यहीम नहीं रूकी, आगे वह कहती हैं कि – ‘बिहार की जनता की आवाज कांगेस महागठबंधन के साथ है। यही है आज बिहार की पुकार। दिल्ली और बिहार की सरकारें बंदी सरकारें हैं। नोटबंदी, तालाबंदी, व्यापारबंदी, आर्थिक बंदी, खेत-खलिहान बंदी, रोटी-रोजगार बंदी। इसीलिए बंदी सरकार के खिलाफ- अगली नस्ल और अगली फसल के लिए एक नए बिहार के निर्माण के लिए, बिहार की जनता तैयार है। अब बदलाव की बयार है। क्योंकि बदलाव जोश है, ऊर्जा है, नई सोच है और शक्ति है। अब नई इबारत लिखने का समय आ गया है। बिहार की जनता से मेरी अपील है कि वो महागठबंधन के उम्मीदवारों को वोट दें और नए बिहार का निमार्ण करें।’
बताते चलें कि लगभग पांच मिनट के संदेश में कांग्रेस अध्यक्ष ने यह कहा कि बिहार के हाथों में गुण है, ताकत है लेकिन बेरोजगारी, पलायन, महंगाई ने आंखों में आंसू और पैरों में छाले दिए हैं। जो शब्द कहे नहीं जाते उन्हें आंसुओं से कहना पड़ता है। भय, डर के आधार पर नीतियां नहीं बनाई जा सकती हैं, बिहार भारत का आइना है, ये भारत की शान और अभिमान है।
कौशलेन्द्र की रिपोर्ट.