बिहार में पहले चरण के मतदान को अंजाम दे दिया गया है और ऐसे में कांग्रेस सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी चुनाव प्रचार को लेकर काफी उत्सुक नज़र आ रहे हैं। राहुल गांधी ने 28 अक्टूबर, 2020 को दो रैलियां की। पहली रैली उनकी पश्चिमी चंपारण में थी जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि – ‘प्रधानमंत्री कुछ साल पहले यहां आए थे और उन्होंने कहा था कि ये गन्ने का इलाका, चीनी मिल चालू करूंगा और अगली बार आऊंगा तो यहां की चीनी चाय में मिलाकर पिऊंगा। क्या उन्होंने आपके साथ चाय पी?’
वहीं, कृषि कानूनों का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी ने यह भी कहा कि आमतौर पर दशहरे पर रावण का पुतला जलाया जाता है लेकिन पंजाब में इस बार प्रधानमंत्री और अडाणी के पुतले जलाए गए। पंजाब में इस बार दशहरा पर रावण नहीं, नरेंद्र मोदी, अंबानी और अडाणी का पुतला जलाया गया। उन्होंने कहा कि ये दुख की बात है लेकिन किसान परेशान हैं इसलिए ऐसा हो रहा है।
साथ ही राहुल गांधी ने रोजगार के मुद्दे पर यह कहा कि नोटबंदी और तालाबंदी का मकसद एक ही था। इसका उद्देश्य छोटे किसानों, छोटे व्यवसायों, व्यापारियों और मजदूरों को नष्ट करना था। बिहार के लोगों को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और बंगलूरू में रोजगार मिलता है लेकिन बिहार में नहीं मिलता। इसकी वजह हैं नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी में कमी होना। प्रधानमंत्री मोदी दूसरे देशों के बारे में बात करते हैं लेकिन अपने देश की बेरोजगारी जैसी समस्याओं पर बात नहीं करते।
यही नहीं, राहुल गांधी ने आगे कहा कि – लॉकडाउन के दौरान बिहार लौटे मजदूरों का मसला उठाते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मजदूरों के लिए कोई इंतजाम नहीं किया। मजदूरों को पैदल भगाया गया। मैंने मजदूरों से मुलाकात की, उन्होंने बताया कि हमें कुछ टाइम दे देते तो हम घर चले जाते।
बताते चलें कि रैली में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है और कहा कि यह झूठ बोलते हैं। जहां, पहले 2 करोड़ रोजगार देने की बात कही थी और अब अगर प्रधानमंत्री ने यहां आकर दो करोड़ रोजगार देने की बात की तो शायद भीड़ उन्हें भगा देगी।
कांग्रेस नेता ने यह भी बताया कि – ‘हम रोजगार देना जानते हैं। तमाम तरह के विकास करना जानते हैं लेकिन हमारे अंदर एक कमी है। मैं इस बात को स्वीकार करता हूं कि हम झूठ बोलना नहीं जानते, इस मामले में हमारा उनसे कोई मुकाबला ही नहीं है…’
प्रिया की रिपोर्ट.