चुनाव का दूसरा चरण 3 नवंबर को होना है। मुजफ्फरपुर, माछ, मखान और पोखर के लिए मशहूर दरभंगा व मधुबनी के साथ-साथ सीता मइया के नैहर सीतामढ़ी में भी मतदान होना है।
बता दें कि 2015 के चुनाव में इन चारों जिलों की 39 सीटों में राजद ने 16, जदयू ने 9, भाजपा ने 8, कांग्रेस ने 3, रालोसपा ने 01 और निर्दलीय ने 02 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की थी।
वहीं मुजफ्फरपुर की 11 सीटों में से राजद के 5, भाजपा के 3 और निर्दलीय 2 उम्मीदवार जीते थे। दरभंगा की 10 सीटों में से राजद और जदयू 4- 4 सीटों पर तो भाजपा 2 सीटों पर विजयी हुई थी। यही नहीं, मधुबनी की 10 सीटों में से राजद ने 4, जदयू 3, भाजपा, कांग्रेस और रालोसपा ने एक-एक सीट पर कामयाबी हासिल की थी।
एक रिपोर्ट के अनुसार सीतामढ़ी जिले की 8 सीटों में राजद 3, भाजपा और जदयू दो-दो और कांग्रेस का एक सीट पर कब्जा है।
अब जैसा कि दूसरे चरण के इस चुनाव में मुजफ्फरपुर की 11 सीटों में से 5 सीटों पर मतदान होना है। रोजगार, चमकी बुखार और लीची के पौधों को नुकसान की चुनावी चर्चा है।
साथ ही जिले की साहेबगंज सीट पर वीआईपी उम्मीदवार राजू कुमार सिंह और राजद के मौजूदा विधायक रामविचार राय के बीच सीधी टक्कर है। पारु विधानसभा सीट पर भाजपा के मौजूदा विधायक अशोक कुमार सिंह, कांग्रेस से अनुनय सिन्हा सहित 19 प्रत्य़ाशी मैदान में हैं। बरूराज सीट पर राजद के मौजूदा विधायक नंद कुमार राय और भाजपा के अरुण कुमार सिंह समेत 16 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
बताते चलें कि कोयले की दहकती भट्ठियों से बिजली बनाने वाली कांटी सीट पर चुनावी वोल्टेज हाई है। यहां त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति है। 2015 में निर्दलीय अशोक कुमार चौधरी ने यहां जीत दर्ज की थी। इस बार मैदान में जदयू से मो. जमाल, राजद से इशराइल मंसूरी, लोजपा से विजय कुमार सिंह सहित कुल 22 प्रत्याशी मैदान में हैं। मीनापुर सीट पर राजद के मौजूदा विधायक राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव और जदयू से मनोज कुमार सहित कुल 20 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट.