पटना. बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद 243 सदस्यीय सदन में 125 सीटों पर जीत के साथ ही एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला है. अब प्रदेश में नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है. गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसको लेकर मीडिया को जानकारी दी कि शुक्रवार को एनडीए की एक अनौपचारिक बैठक होगी, जिसमें सभी चारों दलों- भाजपा, जदयू, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा एवं विकासशील इंसान पार्टी के बड़े नेता मिलेंगे. इस मीटिंग में नयी सरकार के स्वरूप को लेकर चर्चा होगी और अगले मुख्यमंत्री का नाम भी तय किया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया था कि इसके बाद आने वाले कुछ दिनों में एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में तय होगा कि कौन इसका नेता होगा.नीतीश कुमार ने चुनाव में जदयू के प्रदर्शन पर कहा कि जनता मालिक है और जो भी फैसला किया है वह स्वीकार है. उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने एनडीए को जनादेश दिया है और यही गठबंधन सरकार बनाएगा. नीतीश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री पद पर उन्होंने किसी तरह का दावा पेश नहीं किया है. शुक्रवार को एनडीए की बैठक होनी है, जिसमें सभी दल मिलकर इसपर फैसला करेंगे.बता दें कि इससे पहले गुरुवार को ही जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी और अपनी पार्टी का समर्थन पत्र सौंपा था. जीतन राम मांझी ने दावा किया है कि उन्हें विरोधी गठबंधन की ओर से फोन किए जा रहे हैं, लेकिन वह एनडीए में ही बने रहेंगे. अब शुक्रवार की बैठक में बीजेपी, जदयू, हम और वीआईपी के नेता आगे की प्रक्रिया पर मंथन करेंगे.NDA में बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश को NDA विधायक मंडल दल का नेता चुना जाएगा. उसके बाद मुख्यमंत्री राज्यपाल से मिलेंगे और अपना इस्तीफा देंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
कौशलेन्द्र की रिपोर्ट.