दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा का निधन हो गया है. सिन्हा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार में गृह मंत्री अमित शाह ने समेत कई बीजेपी नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिन्हा के योगदान को याद किया. पीएम ने लिखा कि श्रीमति मृदुला सिन्हा जी हमेशा जनसेवा को लेकर अपने प्रयासों के लिए याद की जाएंगी. वह एक कुशल लेखक थीं, जिन्होंने संस्कृति के साथ-साथ साहित्य की दुनिया में भी बहुत बड़ा योगदान दिया है. उनके निधन से दुखी हूं. उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. ॐ शांति.गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा, ‘गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुःखद है. उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया. वह एक निपुण लेखिका भी थीं, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा. उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ. ॐ शान्ति.’.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गहरा दुख जताते हुए कहा यह एक अपूरणीय क्षति है. बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ है मृदुला सिन्हा के निधन पर कहा यह मेरी व्यक्तिगत और निजी क्षति है. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.बिहार के बेगुसराय से भारतीय जनता पार्टी से सांसद गिरिराज सिंह ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी. सिंह ने लिखा ‘गोवा की पूर्व राज्यपाल, प्रख्यात साहित्यकार एवं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री मृदुला सिन्हा जी के निधन से मन व्यथित है. उनका निधन भाजपा परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है. हमारे माथे पर से एक आशीर्वाद उठ गया. प्रभु उनकी आत्मा को शांति दें.’गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं मृदुला सिन्हा.27 नवंबर 1942 को बिहार के मुजफ्फरनगर के छपरा गांव में जन्मीं मृदुला सिन्हा गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं. राजनीति के अलावा साहित्य की दुनिया में भी सिन्हा का नाम काफी ऊंचा था. वह काफी मशहूर हिंदी लेखिका थीं. उनके लेख हमेशा राष्ट्रीय अखबारों में छपते रहे हैं. उन्होंने अपने जीवन में 46 से ज्यादा किताबें लिखी हैं. इतना ही नहीं राजमाता विजयराजे सिंधिया की जीवनी भी सिन्हा ने लिखी थी.राजनीतिक जीवन की बात करें तो बीजेपी की वरिष्ठ नेता सिन्हा भाजपा की महिला मोर्चा की अध्यक्ष रह चुकी हैं. उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सेंट्रल सोशल वेलफेयर बोर्ड की चेयरपर्सन का पद भी संभाला था. इसके अलावा वे जय प्रकाश नारायण के ‘समग्र कांति’ का भी हिस्सा रहीं. सिन्हा के पति डॉक्टर राम कृपाल सिन्हा एक कॉलेज में लेक्चरर थे, जो बाद में बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे.
कौशलेन्द्र की रिपोर्ट.