अत्यंत हृदय विदारक ! हिन्दी की महान विदुषी और गोवा की पूर्व राज्यपाल महीयसी डा मृदुला सिन्हा का निधन ! साहित्य जगत की बड़ी और अपुरनीय क्षति है ! डॉ अनिल सुलभ ने कहा ‘गोवा की पूर्व राज्यपाल, प्रख्यात साहित्यकार एवं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री मृदुला सिन्हा जी के निधन से मन व्यथित है. उनका निधन साहित्य परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है. हमारे माथे पर से एक आशीर्वाद उठ गया. प्रभु उनकी आत्मा को शांति दें.’गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं मृदुला सिन्हा.27 नवंबर 1942 को बिहार के मुजफ्फरनगर के छपरा गांव में जन्मीं मृदुला सिन्हा गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं. राजनीति के अलावा साहित्य की दुनिया में भी सिन्हा का नाम काफी ऊंचा था. वह काफी मशहूर हिंदी लेखिका थीं. उनके लेख हमेशा राष्ट्रीय अखबारों में छपते रहे हैं. उन्होंने अपने जीवन में 46 से ज्यादा किताबें लिखी हैं. इतना ही नहीं राजमाता विजयराजे सिंधिया की जीवनी भी सिन्हा ने लिखी थी.राजनीतिक जीवन की बात करें तो बीजेपी की वरिष्ठ नेता सिन्हा भाजपा की महिला मोर्चा की अध्यक्ष रह चुकी हैं. उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सेंट्रल सोशल वेलफेयर बोर्ड (CSWB) की चेयरपर्सन का पद भी संभाला था. इसके अलावा वे जय प्रकाश नारायण के ‘समग्र कांति’ का भी हिस्सा रहीं. सिन्हा के पति डॉक्टर राम कृपाल सिन्हा एक कॉलेज में लेक्चरर थे, जो बाद में बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे.
कौशलेन्द्र की रिपोर्ट.