बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल, मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टचार का बड़ा आरोप लगा हैं। मेवालाल चौधरी ने 19 नवंबर, 2020 को भारी हंगामे के बीच शिक्षा विभाग का पदभार संभाला था।
वहीं, आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) पिछले 2 दिनों से लगातार मेवालाल चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही थी।
मेवालाल के इस्तीफे के बाद ही तेजस्वी यादव ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर यह लिखा है कि – ” मा. मुख्यमंत्री जी, जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें। महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी। अभी तो 19 लाख नौकरी,संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे। जय बिहार,जय हिन्द.”
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2017 में मेवालाल चौधरी पर भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घपले बाजी करने का भी आरोप लगा है। यही नहीं, उनके ऊपर आरोप है कि कुलपति रहते हुए उन्होंने 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की। और तो और इस मामले को लेकर उनके ऊपर प्राथमिकी भी दर्ज है।
बताते चलें कि तत्कालीन बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने उस वक्त मेवालाल चौधरी के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे जब जांच में मेवालाल चौधरी के खिलाफ लगे आरोपों को सही पाया गया था। यही नहीं, उन पर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण में भी घपलेबाजी का आरोप लगा हुआ है।
प्रिया की रिपोर्ट.