काशी में आयोजित होने वाले देव दीपावली पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गंगा में बजरे से घाटों की छटा निहारेंगे। पर्यटन विभाग की ओर से इस अवसर पर वहां 84 घाटों पर 15 लाख दीप जलाए जाने की तैयारी की जा रही है। यह 30 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा पर होगा।संस्कृति विभाग की ओर काशी के 15 घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों को अवसर दिया जाएगा। इनमें तुलसी घाट पर अभिनव समिति की ओर से नमामि गंगे नाट्य प्रस्तुति, निषादराज घाट पर यथार्थ क्रिएशन की ओर से घूमर एवं चरी लोक नृत्य, महानिर्वाणी घाट पर स्वाती सिंह ग्रुप की ओर से डांडिया लोक नृत्य, प्राचीन हनुमान घाट पर वर्षा राय व साथियों की ओर से लोक नृत्य के कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। चौकी घाट पर सौम्भ्यजीत राय ग्रुप की ओर से लोक नृत्य, राजा घाट पर श्वेता चौधरी ग्रुप की ओर से लोक नृत्य, पाण्डेय घाट पर ममता टण्डन ग्रुप की ओर से कथक समूह नृत्य, राजेन्द्र प्रसाद घाट पर जया राय ग्रुप की ओर से बांग्ला लोक नृत्य के कार्यक्रम होंगे।दरभंगा घाट पर दीपिका कल्चरल सोसाएटी आफ इण्डिया की ओर से लोक नृत्य, सिंधिया घाट पर दीक्षा ललित कला समिति की ओर से शास्त्रीय समूह नृत्य, रामघाट पर बलिराम की ओर से गरद (सिंगा एवं गुद्दूम मादर वाद्य यंत्र वादन), बूंदी परकोटा घाट पर बृजभान की ओर से कर्मा एवं सैला लोकनृत्य के कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। लालधाट पर जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान की ओर से गोंडी लोकनृत्य, बद्रीनारायण घाट पर सुप्रिया चक्रवर्ती ग्रुप की ओर से राजस्थान के लोकनृत्य और नंदेश्वर घाट पर सौरभदास की ओर से रास लोकनृत्य के कार्यक्रम होंगे।
सियाराम मिश्रा की रिपोर्ट.