लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं तेज हो गई हैं. बताया जा रहा है कि जल्द ही छह से सात नए चेहरों को योगी कैबिनेट में जगह मिल सकती है, जबकि ख़राब परफॉरमेंस वाले कई मंत्रियों पर गाज गिर सकती है. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर यूपी प्रभारी राधामोहन सिंह की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के साथ बैठक भी हो चुकी है. यूपी प्रभारी राधामोहन सिंह अब अपनी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेजेंगे, जिसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार पर मुहर लग सकती है. बताया जा रहा है कि मिशन 2022 को लेकर तैयारियों में जुटी बीजेपी इस मंत्रिमंडल विस्तार से कई समीकरण साधने की तैयारी में है. इसके तहत जिन वर्गों अभी तक मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं मिला है उन्हें मौका मिल सकता है.योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चेतन चौहान और कमल रानी वरुण का कोरोना की वजह से निधन हो गया था. जिसकी वजह से कैबिनेट में दो सीट खाली है. इसके साथ ही नए चेहरों को भी कैबिनेट में मौका देने की तैयारी है. ऐसे भी माना जा रहा है कि कुछ मंत्रियों के परफार्मेंस के आधार पर उन्हें हटाया जा सकता है.नए चेहरों को मौका.चर्चा यह भी है कि नए मंत्रिमंडल में छह से सात नए चेहरों को मौका मिल सकता है. आरोपों में घिरने वाले और खराब कामकाज वालों को बाहर किया जा सकता है. मंत्रिमंडल विस्तार में विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए जातीय व क्षेत्रीय समीकरण को महत्व दिए जाने की चर्चा भी है.
सौरभ निगम की रिपोर्ट.