वाराणसी। इस बार सोमवार को पड़ने वाला सोमवती अमावस्या काफी खास रहेगा क्योंकि साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लग रहा है। इस दिन याजीज योग, सर्वार्थ सिद्धी के अलावा पंचग्रही योग का संयोग बन रहा है जो काफी फलदायी होगा। ऐसा योग ५७ वर्षों बाद पड़ रहा है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार पंचग्रही युक्ति योग में सोमवती अमावस्या खग्रास सूर्यग्रहण, मार्गशीर्ष सोमवती अमावस्या १४ दिसंबर को पड़ रहा है जो ५७ वर्ष बाद ऐसा अद्भुत योग बन रहा है। पंचग्रही युक्ति योग में सोमवती अमावस्या लग रहा है जो श्रद्धालुओं के लिए यह दिन बहुत ही सर्वाेत्तम दिन होगा। इस दिन पंचग्रही योग का भी संयोग बन रहा है। १४ दिसंबर को एक ही घर में पांच ग्रह सूर्य, चन्द्रमा, बुद्ध, शुक्र और केतु वृश्चिक राशि में रहेंगे इसलिए पंचग्रही योग का संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य बब्बन तिवारी की मानें तो इस दिन गंगा में स्नान-दान करने से ग्रह दोष, पित्र दोष, पाप का समन होता है और कई गुना पुण्य की प्राप्ति होती है। १४ दिसंबर को शाम को ७ बजकर ३ मिनट से शुरू होगा और रात १२ बजकर २३ मिनट पर खत्म होगा। सूर्य ग्रहण की अवधि लगभग ५ घंटे की रहेगी। ये दक्षिणी अफ्रीका, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और हिंद महासागर और अंटार्कटिका में पूर्ण रूप से नजर आएगा द्य ये सूर्य ग्रहण भारत में संध्याकाल में लगने की वजह से १४ दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। भारत में नजर ना आने की वजह से इस बार सूतक के नियम नहीं माने जाएंगे। साथ ही ग्रहणकाल के दौरान मांगलिक कार्याें पर भी रोक नहीं लगेगी। सूतक काल मान्य न होने की वजह से मंदिरों के कपाट बंद नहीं किए जाएंगे और ना ही पूजा-पाठ वर्जित होगा। ग्रहण काल एक खगोलीय घटना है लेकिन धार्मिक रूप से शुभ नहीं माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार भले ही ये ग्रहण भारत में नजर न आए लेकिन इसका प्रभाव राशियों पर पूर्ण रूप से पड़ेगा।
१४ दिसंबर को लगने वाला ये सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लग रहा है। इस ग्रहण काल के दौरान इस राशि वालों को बहुत सावधान रहने की जरूरत है। ग्रहण के प्रभाव से इनके मान-सम्मान में कमी आ सकती है और इन लोगों को मानसिक पीड़ा भी उठानी पड़ सकती है। १२ राशियों के जातकों पर पड़ने वाला प्रभाव
मेष- सूर्य ग्रहण के प्रभाव से आपको सफलता पाने के लिए अधिक प्रयास करने होंगे। कार्यक्षेत्र के लिए यह अवधि आपके लिए प्रतिकूल होगी। सावधानी से कार्य करना होगा।
वृष-सेहत से जुड़ी समस्याएं रह सकती हैं। पारिवारिक जीवन में तनावपूर्ण स्थिति रह सकती है। मिथुन-वैवाहिक जीवन में परिस्थितियां विपरीत होंगी। बिजनेस में साझेदारी से घाटा हो सकता है।
कर्क-इस अवधि में आपको धैर्य से काम लेने की आवश्यकता होगी। निर्णय लेने में दिक्कतें आएंगी। कार्य के प्रति लापरवाही न बरतें।
सिंह-वित्तीय स्थिरता के संबंध में कोई भी कठोर निर्णय लेने से बचें। सामाजिक जीवन में मानहानि हो सकती है।
कन्या-कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। कठिन परिश्रम करने से बिल्कुल भी न घबराएं।
तुला-वित्तीय मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।
वृश्चिक-परिजनों के बीच मतभेद हो सकता है। आपके खर्चाें में इजाफा हो सकता है। नेत्र संबंधी विकार हो सकता है। किसी के साथ बुरा बर्ताव न करें।
धनु-सेहत के लिए यह समय ठीक नहीं होगा। धन की कमी महसूस कर सकते हैं।
मकर-आपके खर्चाें में अचानक से धन वृद्धि हो सकती है। सेहत को लेकर चिंता बनी रह सकती है। मानिसक अशांति का सामना करना पड़ सकता है।
कुंभ-आपके खर्चाें में अचानक से वृद्धि , आमदनी में गिरावट आ सकती है। आय और खर्च में आपको तालमेल बनाने की जरूरत होगी।
मीन-कार्यक्षेत्र में नौकरी से जुड़ी किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
पंडित सियाराम मिश्रा, उप संपादक