विश्वस्त सूत्रों के हवाले से /मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पार्टी के दफ्तर में पहुंचे थे. वहां उनकी अपने समर्थकों के साथ काफी देर तक बैठक हुई. बैठक में मौजूद एक नेता ने बताया कि उसी दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि उनके बाद सब आरसीपी बाबू ही देखेंगे. ये पहला मौका था जब नीतीश कुमार ने ये संकेत दिया कि उनका उत्तराधिकारी कौन . नीतीश कुमार पिछले विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान ये कह चुके हैं कि ये उनका आखिरी चुनाव है. हालांकि चुनावी जनसभा में उनके एलान के बाद कई तरह की सफाई दी गयी लेकिन नीतीश कुमार उम्र के जिस पड़ाव पर हैं उसमें 5 साल बाद भी इसी तरह सक्रिय रह पाना मुश्किल होगा. जाहिर है सवाल उठेगा कि नीतीश के बाद पार्टी कौन चलायेगा. नीतीश लगातार कहते आये हैं कि वे राजनीति में परिवारवाद के खिलाफ है. ऐसे में उनके परिवार से किसी के प़ॉलिटिक्स में आने की संभावना नहीं दिखती.वैसे भी पार्टी में नंबर टू हैं आरसीपी सिंह.वैसे भी आरसीपी सिंह पार्टी में नंबर-टू की हैसियत रखते हैं. आरसीपी सिंह आईएएस अधिकारी रह चुके हैं. नीतीश कुमार के स्वजातीय हैं और उनके गृह जिले के ही निवासी हैं. आरसीपी उत्तर प्रदेश कॉडर के आईएएस अधिकारी थे लेकिन नीतीश जब केंद्र में मंत्री बने तभी आरसीपी सिंह को उत्तर प्रदेश से लाकर अपना आप्त सचिव बनाया. उसके बाद जब नीतीश ने बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली तो फिर आरसीपी सिंह को उत्तर प्रदेश से बुला कर अपना प्रधान सचिव बनाया.
कौशलेन्द्र पाराशर की विशेष रिपोर्ट.