UNSC में भारत ने संभाला कार्यभार, कहा- आतंक के खिलाफ चुप नहीं रहेंगे. न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के अस्थायी सदस्य के तौर पर आठवीं बार अपना कार्यभार शुरू करने के साथ भारतीय तिरंगा झंडा लगाया गया. देश संयुक्त राष्ट्र के इस शक्तिशाली निकाय में दो वर्षों के लिए अस्थायी सदस्य के तौर पर अपना कार्यकाल शुरू कर रहा है. 2021 में चार जनवरी आधिकारिक रूप से पहला कार्य दिवस रहा. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरूमूर्ति ने तिरंगा फहराने के बाद कहा कि स्थायी प्रतिनिधि के तौर पर ध्वजारोहण समारोह में हिस्सा लेना मेरे लिए सम्मान की बात है.तिरूमूर्ति ने कहा, “हम अपने कार्यकाल का उपयोग मानव केंद्रित और समावेशी हल के लिए करेंगे, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति और सुरक्षा कायम रहे. भारत विकासशील देशों की आवाज बनेगा. मानवता के साझे दुश्मन आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने में हम पीछे नहीं हटेंगे.” ध्वजारोहण समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ”शांति कायम रखना, शांति स्थापित करने के लिए प्रयास करना, समुद्री सुरक्षा, महिला और युवा, खासतौर पर युद्धग्रस्त क्षेत्रों में और मानवीय मूल्यों पर आधारित तकनीक के मुद्दे पर परिषद के सदस्य के रूप में अपना ध्यान केंद्रित करेंगे. ”उन्होंने कहा, “कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए पूरी दुनिया से हाथ मिला है. वायरस संक्रमण ने मानवीय जिंदगी को पटरी से उतार दिया है और ऐसे वक्त में हमें भारतीय दर्शनशास्त्री स्वामी विवेकानंद का ये कथन याद रखना चाहिए कि जीने के क्रम में हर देश को योगदान देना होगा.” भारत के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नॉर्वे, केन्या, आयरलैंड और मैक्सिको अस्थायी सदस्य बने हैं.नए अस्थायी सदस्य देश अस्थायी सदस्यों इस्टोनिया, नाइजर, सेंट विंसेंट और ग्रेनाडा, ट्यूनिशिया, वियतनाम और पांच स्थायी सदस्यों चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के साथ इस परिषद का हिस्सा होंगे. भारत अगस्त 2021 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष होगा और फिर 2022 में एक महीने के लिए परिषद की अध्यक्षता करेगा.परिषद का अध्यक्ष हर सदस्य एक महीने के लिए बनता है, जो देशों के अंग्रेजी वर्णमाला के नाम के अनुसार तय किया जाता है. झंडा लगाने की परंपरा की शुरुआत कजाकिस्तान ने 2018 में शुरू की थी.
धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट.