मुंगेर. बिहार के मुंगेर जिले के असरगंज प्रखंड में ममई गांव स्थित लाल बहादुर शास्त्री किसान उच्च विधापीठ विधालय में एक साथ 3 शिक्षकों सहित 25 छात्रों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के मामले में आया नया मोड़ आ गया है. असरगंज पीएचसी प्रभारी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि दोबारा जांच में सभी 25 के 25 शिक्षक और छात्रों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. पीएचसी प्रभारी के बयान से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. मामले ने तूल पकड़ा तो प्रभारी ने मानवीय भूल का हवाला देने की कोशिश की. वहीं इस मामले में सीएस का कहना है कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने और उसके 24 घंटा के अंदर सभी के नेगेटिव आने के मामले में जांच के आदेश दे दिए गए है. रिपोर्ट आने के बाद की कार्रवाई की जाएगी. 07 जनवरी को उस समय जिला प्रशासन और स्वास्थ महकमा में हड़कंप मच गया जब असरगंज प्रखंड के ममई गांव स्थित लाल बहादुर शास्त्री किसान उच्च विद्यालय के तीन शिक्षक सहित 25 विधार्थियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया. पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग ने आनन- फानन में इमरजेंसी बैठक कर तुरंत मेडिकल टीम का गठन कर असरगंज भेजा. स्कूल को बंद करवाते हुए सेनेटाइज करवाने के साथ सभी पॉजिटिव के कॉन्टेक्ट ट्रेस और परिवारों का कोरोना जांच करवाने तक की तैयारी कर ली गई थी. पर स्वास्थ विभाग की बड़ी लापरवाही उस समय उजागर हुई जब 25 के 25 लोगों का कोरोना जांच दोबारा करवाया गया और सभी की रिपोर्ट नेगेटिव बता दी गई.वहीं इस मामले में असरगंज पीएचसी प्रभारी ललन कुमार ने बताया कि स्कूल के 75 छात्रों का रेपिड एंटीजेन किट से जांच किया गया था और 25 पॉजिटिव आये थे. पर अब जब दोबारा जांच की गई तो सभी के सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ कर्मियों द्वारा मानवीय भूल हुई जिस कारण 25 का रिपोर्ट पॉजिटिव आया था. वहीं स्कूल के प्रभारी प्रचार्य ने बताया कि स्वास्थ विभाग द्वारा 75 लोगों का शिविर लगाकर कोरोना जांच गया था जिसमें 25 पॉजिटिव आए थे. दोबारा सूचना आया की सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. सिविल सर्जन अजय कुमार भारती ने बताया कि सभी 25 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. पीएचसी प्रभारी से जांच रिपोर्ट मांगा गया है. रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी.
कौशलेन्द्र पाराशर.