बर्ड फ्लू के लिए यूपी सरकार की एडवाइजरी.अगर कोई बाहरी पक्षियों का झुंड पानी पीने के लिए आता है तो उस पर नज़र रखी जाए। जलाशयों में पानी पीने के बाद अगर कोई पक्षी मृत पाया जाता है तो तत्काल फॉरेंसिक जांच के लिए लैब में भेजा जाए।दूसरे राज्यों से आनेवाले पक्षियों खासकर कुक्कुट यानि मुर्गियों को लेकर आने वाली गाड़ियों की जांच की जाए। अगर कोई पक्षी बीमार या मृत पाया जाता है तो उसे प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने न दिया जाए।सभी बर्ड सेंक्चुरी और पक्षी पार्कों की सूची बनाई जाए जहां पर प्रवासी पक्षी आते हैं। भारत सरकार की ओर से संक्रमण को लेकर गाइडलाइन्स का पूरी तरह से पालन कराया जाए और संक्रमण रोकने के तरीकों को इस्तेमाल किया जाए।प्रदेश के जिलाधिकारी ये सुनिश्चित करें कि उनके जिलों में फेस मास्क और पीपीई किट की कमी ना हो, इसका ज़रूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जाए।जिलों में मुर्गा और उसके उत्पादों के इस्तेमाल के लिए जन जागरण अभियान चलाया जाए. किसी भी तरह की अफ़वाह को ना फैलने दिया जाए।मुर्गा मंडियों को हफ्ते में एक दिन बंद रखा जाए और उस दिन मंडी की पूरी साफ सफाई की जाए।
सौरव निगम की रिपोर्ट.