मानव श्रृंखला से लेकर नीतीश कुमार के घर का घेराव तक, जानें नए साल में तेजस्वी का पॉलिटिकल प्लान.नए साल में विपक्ष बिहार में नई रणनीति के साथ उतरेगा. विपक्ष की रणनीति बनाने के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के सभी घटक दल की बैठक पटना में हुई. इस बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बैठक में सभी घटक दलों के नेता शामिल हुए. इस बैठक में किसानों के आंदोलन को मजबूत करने पर चर्चा हुई. बिहार को बेरोजगारों का केंद्र और मजबूर प्रदेश नीतीश कुमार ने बना दिया है. बाजार समिति खत्म होने का असर किसानों पर पड़ा है. इसके विरोध में आगामी 30 जनवरी को महागठबधंन के सभी घटक दल के लोग मिल कर मानव श्रृंखला बनाएंगे. ये मानव श्रृंखला किसानों और बेरोजगारों की समस्या पर बनाया जाएगा.बजट सत्र को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि सरकार चाहती है बजट सत्र को तीन-चार दिनों में ही निपटा दिया जाए, लेकिन महागठबंधन इसका विरोध करता है. यदि ऐसा हुआ तो हम सीएम और डिप्टी सीएम के घर का घेराव करेंगें. मौजूदा सरकार लोकतंत्र पर खतरा है. एक साल में सिर्फ चार दिन विधानसभा चला और फिर बजट सत्र 3-4 दिन में कई निपटाने की तैयारी है. बजट सत्र के लिए सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलानी चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन कि मांग है बजट सत्र पूरा चलना चाहिए जितना दिन चलता है उतना दिन. सरकार के पास विपक्ष के सवालों का जबाब नहीं है, इसलिए वो सदन को लंबे समय तक नहीं चलने देना चाहते हैं. सरकार ने परंपरागत तरीके से बजट सत्र नहीं चलाया तो हम इस सत्र का बायकॉट करेंगे साथ ही सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री के आवास का घेराव करेंगे .कोरोना को लेकर क्या है तैयारी.कोरोना वैक्सीन को लेकर हो रही राजनीति के बीच तेजस्वी ने कहा कि इस वैक्सीन को वैज्ञानिकों ने बनाया है न कि बीजेपी ने. अभी सिर्फ वैक्सीन का हल्ला है. जैसे रोजगार और एकाउंट में 15-15 लाख देने की बात हुई वैसी है. तैयारी क्या है वैक्सीन रखने का. बिहार में क्या तैयारी हुई है? नीतीश कुमार ने कोरोना को लेकर कोई कमिटी बनाई है क्या? उन्होंने कहा था कमिटी बनाने के लिए.सीएम पर हमला.जेडीयू के नए प्रदेश अध्यक्ष पर भी तेजस्वी यादव ने तंज कसा. तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश ने जिसे प्रदेश अध्यक्ष बनाया है वो उनकी कुंडली जरूर देखे होंगे, क्योंकि इसके पहले नीतीश कुमार ने अशोक चौधरी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था और उन पर भ्रष्टाचार के मुकदमे भी थे. अब जिन्हें नीतीश कुमार ने नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है वो उनके क्रिमिनल रिकॉर्ड को भी जरूर देख लें.
कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट.