बिहार के माटी के लाल रविशंकर ओझाजी जिनका जन्म आरा में हुआ है आज उनका नाम का डंका पूरे हिंदुस्तान में बज रहा है क्योंकि बीमारी और बेरोजगारी को दूर करने के लिए बिहार के धरती पटना से आगाज किये है जिनका लाभ बहुत सारे लोग उठा चुके है और उठा भी रहे है. वो आज नौजवान के लिए प्रेरणा के स्रोत है उन्होंने ने कहा कि आत्म निर्भर होना बहुत जरूरी है.मैक्सवेल हर्बल के तत्वाधान में नागरिक प्रचारणी आरा में सभा का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि मैक्सवेल हर्बल के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर रविशंकर ओझाजी उपस्थित थे ।साथ में माननीय प्रेमशंकर ओझा जी और विष्णुशंकर ओझाजी भी उपस्थित थे. रविशंकर ओझाजी ने बताया कि सभी लोगो को आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है आत्मनिर्भर होने में सबसे बड़ा फायदा है कि हमलोग अपने गाँव और जिला में रहकर आर्थिक आजादी पा सकते है ।इसके लिए मैक्सवेल हर्बल प्रचार प्रसार के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है साथ साथ रविशंकर ओझाजी ने बताया की हम सभी लोगो को कोरोना ऐसा महामारी से सबक लेना चाहिए कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना बहुत जरूरी है जिनका रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत था उनको कोरोना कुछ नही बिगाड़ पाया ।हम सभी लोगो को आयुर्वेद का सेवन प्रतिदिन करना चाहिए ।रविशंकर ओझाजी बोले कि वैसा बेद जो आयु को बढ़ा दे उसे आयुर्वेद कहते है आयुर्वेद बहुत पुराना पद्धति है उसको अपनाकर फिर से आयुर्वेद क्रांति लाने की जरूरत है
आज सभागार में मैक्सवेल हर्बल के माध्यम से उत्कृष्ट कार्य के लिए मनोज रॉयजी शाहपुर,
सुधीर पांडेयजी ब्रह्मपुर,
प्रवीण कुमार आरा,
तीन ब्यक्ति को पुरस्कार के रूप में कार दिया गया ।ओमप्रकाशजी और मनोज सिंह को लैपटॉप दिया गया ।
जिसमे बहुत सारे लोग शामिल थे जिनका नाम संतोष रॉय, कोमल उपाध्याय ,मनोज सिंह, ओमप्रकाश प्रसाद,धनंजय उपाध्याय,प्रिंश उपाध्याय,रुद्र ओझा,शिवम ओझा, जितेंद्र अभिषेक,उमाशंकर,मुकेश, मनोरंजन,शशी पटेलजी ,शैलेंद्रजी,चंद्रभूषणजी,राजकुमार,बजरंगबली,राधारमण, अरविंद,सुनील दास,
सृष्टि रिया प्रकाश,मंजूषा, नीकु निराला,विनोद,प्रमोद पटेल,रामविनय,रामदीप, उमेश,विवेकानंद,सतेन्द्र, राधारमण,अशलम,फजलुर रहमान,मदन, गोबिंद,धुपन ,रंजय,चंदन ओझा,संजय ओझा,मिथलेश,रणधीर ओझा,बद्रीविशाल,राजकिशोर,अमित,हरेंद्र सिंह तोमर,उपेंद्र,
शोभारानी जैसवाल,शिव कुमारी जी,धनवंती,माया,सुमित्राजी मधु जी,माधुरी जी,आरती,मंजू ..आदि लोग थे ।
शैलेश तिवारी, वरीय संपादक