रुपेश झा, सब एडिटर की रिपोर्ट. ‘ उठो, जागो और तब तक नहीं रूको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो जाती ” यह विवेकानन्दो का उपदेशात्मक कथन नहीं है बल्कि नरेन्द्र् से विवकानन्द बनने का मूल मंत्र है । विवेकानन्द ने युवा अवस्था में ही भारत को विश्व का एक महान राष्ट्र तथा हिन्दु धर्म को सार्वभोम धर्म के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया । यह बातें आज टी0 पी0 एस0 कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित ‘ युवा दिवस ‘ के अवसर मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए प्रो0 श्यामल किशोर ने कहीं । अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रधानाचार्य प्रो0 उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि विवेकानन्द युवाओं के प्रेरणा श्रोत हैं । उनके जीवन, दर्शन और बताए मार्ग पर चलकर आप भारत को नई पहचान दिला सकते हैं । एस0 एस0 कॉलेज जहानाबाद के प्रधानाचार्य प्रो0 सुधीर कुमार मिश्रा ने विशिष्ठ अतिथि के रूप पे बोलते हुए युवाओं का आहवान किया कि वह अपने अन्दर की क्षमता पहचाने एवं विवेकानन्द के व्यक्तितव को आदर्श बनाएँ ।
समारोह को प्रो0 रूपम, प्रो0 जावेद अख्तर खाँ, प्रो0 धर्मराज राम के इलावा छात्रों में अंकित भारद्वाज, आयुषि राज, सूरज कुमार एवं राहुल झा ने सम्बोधित किया । समारोह का सफल संचालन प्रो0 अबू बकर रिजवी ने किया । धन्यवाद ज्ञापन एन0 एस0 एस0 के समंवयक प्रो0 कृष्णनन्दन प्रसाद ने किया । समारोह के बाद मकर सक्रांति के पूर्व बेला पे एक दही चुड़ा भोज का आयोजन भी किया गया जिसमें ए0 एन0 कॉलेज के प्राचार्य प्रो0 एस0 पी0 शाही, प्रो0 कला नाथ मिश्र, प्रो0 शैलेश कुमार सिंह, प्रो0 विमल कुमार, प्रो0 शीरीन के इलावा कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी मौजूद थे ।