भारत सरकार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को आर्म्ड फोर्स वेटरन डे के मौके पर बेंगलुरू पहुंचे हैं. यहां उन्होंने पड़ोसी मुल्क चीन (China) को इशारों-इशारों में सख्त चेतावनी दे दी है. उन्होंने साफ किया है कि कोई भी ताकत हमारे आत्मसम्मान पर चोट पहुंचाएगी, तो हमारी सेना मुंहतोड़ जवाब देगी. इस दौरान सिंह ने पूर्व सैनिकों के लिए कई घोषणाएं भी की हैं. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ सैनिकों से समाज को प्रेरणा मिलती है.गुरुवार को बेंगलुरू स्थित भारतीय वायु सेना के एचक्यू ट्रैनिंग कमांड में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने कहा ‘हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन अगर कोई महाशक्ति हमारे आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाना चाहती है तो हमारे सैनिक मुहंतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं.’ सिंह ने साफ किया है ‘भारत किसी के भी साथ विवाद नहीं चाहता हैं.’ उन्होंने कहा कि हम शांति और दोस्ती का समझौता चाहते हैं, क्योंकि यह हमारे खून में है.बुधवार को केंद्र की तरफ से मंजूरी पाने वाले 48 हजार करोड़ रुपए के रक्षा सौदे को लेकर उन्होंने कहा ‘हमने HAL से 83 स्वदेशी एलसीए तेजस लड़ाकू विमानों के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है.’ सरकार ने इसे नौकरियों में फायदा पहुंचाने वाला बताया है. सिंह ने कहा ‘इस फैसले से देश में 50 हजार से ज्यादा नौकरियां तैयार होंगी.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्युरिटी ने इस डील पर मुहर लगा दी है.कार्यक्रम के दौरान सिंह ने कहा ‘मेरा मनना है कि एक बार कोई सैनिक बनता है, तो वह हमेशा सैनिक होता है. समाज को सशस्त्र बलों के वरिष्ठ सैनिकों से प्रेरणा मिलती है.’ रक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व सैनिक समाज में बड़ी भूमिका निभाते हैं. वहीं, उन्होंने वरिष्ठ सैनिकों के लिए कुछ घोषणाएं भी की हैं. उन्होंने कहा ‘हमने लोकल फॉर्मेशन कमांडर्स को निजी अस्पतालों को ECH योजना की पैनल में शामिल करने के लिए अधिकृत किया है.’पाकिस्तान और चीन से ज्यादा ताकतवर हैं तेजस विमानभारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने साफ किया है कि भारतीय लड़ाकू विमान तेजस चीन और पाकिस्तान के संयुक्त JF-17 फाइटर से ज्यादा आधुनिक और बेहतर है. उन्होंने कहा ’83 विमानों का ऑर्डर बड़ा है. जब इस तरह का ऑर्डर अगले 8-9 सालों में आकार लेता है, तो पूरा इकोसिस्टम तैयार हो जाता है.’ भदौरिया ने बताया ‘मिलिट्री एविएशन के लिए यह एक बड़ा कदम होगा. यह लड़ाकू विमानों के उत्पादन, रखरखाव के लिए बड़ा आधार तैयार करेगा.
निखिल दुबे की रिपोर्ट.