दिल्ली में आज से स्कूल खुल गए हैं और स्टूडेंट्स के स्कूलों में पहुंचने का सिलसिला जारी है. सरकार ने 10वीं-12वीं कक्षा के लिए सरकारी, सरकारी और सहायता प्राप्त / गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों को खोल दिया है. प्री-बोर्ड की तैयारी और प्रैक्टिकल एग्जाम की तैयारियों के लिए स्कूलों को खोला गया है. हालांकि, स्कूल भेजना पैरेंट्स के लिए वैकल्पिक है. बिना माता-पिता की सहमति के छात्रों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा. ऐसे में छात्रों ने स्कूलों में आना शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि वे कोरोना संबंधी गाइडलाइन्स का पूरी तरह से पालन करेंगे. कोरोना वायरस महामारी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है इसलिए सरकार ने इसके लिए विस्तृत गाइडलाइन भी जारी की है ताकि छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके. इसके अलावा स्कूल में असेंबली, गैदरिंग, एक्सट्रा करिकुलर या फिजिकल एक्टिविटी की अनुमति नहीं होगी. स्कूल केवल जरूरी क्लासेज और प्रैक्टिकल्स के लिए खोले जा रहे है. किसी भी तरह की स्टेशनरी, खाना या अन्य चीजों का आपस में लेन देन करने की अनुमति नहीं होगी. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का हर वक्त पालन अनिवार्य होगा.दिन छात्रों में कोरोना के लक्षण देखे जाएंगे उन्हें स्कूल परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. स्कूल के गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य होगी. अलग अलग क्लासेज के छात्रों की एंट्री में 15 मिनट का गैप होगा और स्कूल अपने सभी एंट्री गेट्स से छात्रों की एंट्री करेंगे.उप मुख्यमंत्री ने की थी मीटिंगस्कूलों को खोलने को लेकर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक रिव्यू मीटिंग की थी.अन्य राज्यों में भी खुलेंगे स्कूलदिल्ली के अलावा राजस्थान में भी 18 जनवरी से स्कूलों को खोला जाना है. राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि स्कूल को खोलने के दौरान सभी कोरोना नियमों का पालन किया जाएगा. इसके अलावा उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिशा, गुजरात व महाराष्ट्र व मिजोरम इत्यादि राज्यों में भी स्कूलों को खोलने संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं.
धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट.