जेपी नड्डा की सांसदों-विधायकों को हिदायत- UP पंचायत चुनाव में निजी एजेंडा नहीं, रिश्तेदार को न बनवाएं प्रत्याशी. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन संगठन पदाधिकारियों सह अवध क्षेत्र के सांसदों विधायकों के साथ बैठकें हुईं. जेपी नड्डा ने इस दौरान कार्यकर्ताओं को अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर जीत के मंत्र दिए. उन्होंने सांसदों ओर विधायकों को साफ कह दिया कि कोई भी अपना निजी एजेंडा न चलाए. उन्हें यूपी में होने जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में भी सावधान रहना है. पार्टी पूरी मजबूती से पंचायत चुनाव लड़ेगी. कोई भी सांसद या विधायक अपने प्रत्याशियों को चुनाव में न उतारें. पार्टी की तरफ से तय जो भी प्रत्याशी हो, उसे ही समर्थन दें. इस दौरान कार्यकर्ताओं की बैठक में नड्डा ने जमीनी स्तर पर वोट मैनेजमेंट के लिए पन्ना समिति की अवधारणा दी और उसके गठन के निर्देश दिए.पूरी ताकत से लड़ेंगे पंचायत चुनाव.जेपी नड्डा ने कहा कि अगर सांसदों, विधायकों को अपने क्षेत्र में प्रतिनिधि बनाना है तो किसी कार्यकर्ता को बनाएं. किसी रिश्तेदार या करीबी को प्रतिनिधि न बनाया जाए. उन्होंने कहा कि हम पूरी ताकत से पंचायत चुनाव लड़ेंगे. सांसदों और विधायक गांवों में जाएं और बताएं कि लोगों के कल्याण के काम सिर्फ भाजपा सरकार ने ही किए हैं. उन्होंने कहा कि नाते-रिश्तेदारों की सिफारिश न करें. ऐसा नहीं होना चाहिए कि अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए जाएं. केवल और केवल पार्टी प्रत्याशी के लिए जुटना है.इससे पहले लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार में आयोजित बीजेपी बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में जेपी नड्डा ने कहा, “बीजेपी देश का सबसे अच्छा लोकतांत्रिक राजनैतिक दल है. देश के अन्य पार्टियो में परिवार का बोलबाला है. उनकी कोई प्रभावी नीति और नियति नहीं है.’इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने मंडल पदाधिकारियों की भी जिम्मेदारी और जवाबदेही तय करते हुए उन्हें अब माह में एक दिन न सिर्फ हर बूथ पर जाकर बूथ समिति के साथ बैठक करने के निर्देश दिए. सामाजिक समरसता को बढ़ाने के लिए मंडल पदाधिकारियों को कभी-कभार बूथ कमिटी में शामिल लोगों के साथ बैठकर और एक-दूसरे के घर से आए भोजन और नाश्ते को बांटकर खाने की भी सलाह दी गई.पन्ना प्रमुख के बाद अब पन्ना कमिटी.नड्डा ने कहा, ‘एक बूथ पर करीब 900 से 100 वोट होते हैं और एक बूथ की लिस्ट करीब 30-35 पन्ने की होती है. एक पन्ने में 30 नाम होते हैं. इस वर्ष मैं बूथ अध्यक्षों को एक टारगेट देता हूं कि एक-एक पन्ने के लिए एक-एक कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौपिए. वो हर 15 दिन पर उन 30 लोगों से न सिर्फ संपर्क करे, बल्कि उनके सुख-दुख में शामिल हो. सामाजिक समरसता में योगदान करें और पूरा सम्मान देते हुए उसे मुख्यधारा में जोड़ने का काम करे.यूपी सरकार की सराहना की.आगे चलकर हम पन्ना कमिटी बनाएंगे, वो टारगेट आपको अगली बार दूंगा. हमको पन्ना प्रमुख से पन्ना कमिटी तक जाना है. और देश के हर एक बूथ पर पन्ना कमेटी बनाकर कमल खिलाएंगे.’ अंत में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कोरोना संकट के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि लॉकडाउन में यूपी से गुजरने वाले हर मजदूर की चिंता की.
सौरभ निगम की रिपोर्ट.