केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में पिछले दो महीने से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान संगठनों ने कहा है कि पुलिस ने उन्हें गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली निकालने की अनुमति दे दी है. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि गणतंत्र दिवस पर करीब तीन लाख ट्रैक्टर दिल्ली की सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने कहा कि यूपी गेट बॉर्डर पर किसानों का जत्था लगातार आ रहा है.किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि आंदोलन के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए अराजकतत्वों पर खास नजर रखी जा रही है. अंदोलन में किसी भी गड़बड़ी से बचने के लिए 500 वॉलेंटियर को लगाया है, जो ट्रैक्टर रैली में आने वाले सभी किसानों की तलाशी लेंगे. किसान नेता का कहना है हम शांतिपूवर्क ट्रैक्टर मार्च निकालना चाहते हैं. किसी भी अराजक स्थिति के लिए पुलिस जिम्मेदार होगी.राकेश टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली किसान परेड में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से लगभग 25,000 ट्रैक्टर हिस्सा लेंगे.उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों प्रदेशों से निकलकर यूपी गेट की ओर बढ़ रही ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को विभिन्न जिलों में पुलिस द्वारा रोका गया लेकिन किसान हर कीमत पर यहां पहुंचेंगे.पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों के साथ ही अन्य जिलों में भी किसान ट्रैक्टर रैली निकालेंगे. बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा, किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को इसमें हिस्सा लेने की अनुमति नहीं होगी.किसान नेताओं का दावा ट्रैक्टर रैली निकालने की मिली इजाजत.किसान नेताओं ने शनिवार दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली करने की अनुमति दे दी है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने दावा किया कि प्रदर्शनकारी किसानों ने पुलिस से मुलाकात की थी और उन्हें ट्रैक्टर रैली की अनुमति मिल गई है.सूत्रों के मुताबिक रैली का रूट रविवार को तय किया जा सकता है.पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों से किसान अपने ट्रैक्टरों और ट्रालियों में लदकर दिल्ली बॉर्डर पहुंच चुके हैं और उनकी तैयारी 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली में हिस्सा लेने की है.
अनुज की रिपोर्ट.