गणतंत्र दिवस की परेड में राजपथ पर आज दिखेंगे ये 10 बदलावके साथ मना रहा है भारत, पुरे विश्व ने देखा भारत की ताकत को. भारत आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. कोरोना के चलते इस बार परेड की सूरत बदली-बदली नजर आएगी. 55 साल में पहली बार ऐसा होगा जब रिपब्लिक डे परेड में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हो रहा है. इससे पहले भारत में 1952, 1953 और 1966 में भी गणतंत्र दिवस परेड में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हुये . गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी में निकलने वाली परेड के दौरान पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों की उड़ान के साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों समेत अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया. आइए जानते हैं राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में क्या बदलाव रहें. परेड में शामिल होने वाली झांकियों की संख्या 70 से घटाकर 32 कर दी गई हैं. इनमें 17 झांकियां राज्य और केंद्र शासित राज्यों की होंगी. 9 झांकियां अलग-अलग मंत्रालयों की होंगी. 6 झांकियां सुरक्षाबलों की हुआ. पहले परेड 8.2 किमी लंबी होती थी. इस बार 3.3 किमी लंबी होगी. परेड विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी. पहले लालकिले तक जाती थी.कोरोना महामारी के कारण परेड में शामिल सभी लोग फेस मास्क पहने रहे. एंट्री गेट पर ही सभी की थर्मल स्क्रीनिंग होगी और सभी के हैंड सैनिटाइज हो रहा था. रेड में मार्च पास्ट करने वाले सैन्य कंटीन्जेंट में 144 की बजाय 96 लोग हुये. सवा लाख लोगों की बजाय इस बार सिर्फ 25 हजार लोग ही राजपथ पर परेड देखा. दिल्ली पुलिस ने 15 साल से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को राजपथ पर आने की इजाजत नहीं दी. पहली बार राफेल नजर आएगा, यह वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन में उड़ान भरा. वीरता पुरस्कारों की परेड और बहादुरी पुरस्कार हासिल करने वाले बच्चे भी 72वें गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं हुये. बिहार के दरभंगा जिले की रहने वाली भावना कांत गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने वाली पहली महिला फायटर पायलट रही. स्कूल और कॉलेज के 100 मेधावी छात्रों को प्रधानमंत्री के बॉक्स से गणतंत्र दिवस परेड देखने का मौका मिला.
धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट.