गणतंत्र दिवस के दिन भी देश की राजधानी दिल्ली को चैन नहीं है। जैसा कि आप जानते हैं कि सीमाओं पर नए कृषि कानून के खिलाफ करीब 2 महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं और इसी सिलसिले में किसानों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली।
वहीं, ट्रैक्टर रैली के दौरान कई जगह किसान आंदोलन बेकाबू सा हो गया। किसानों ने तो पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स को भी तोड़ डाले और दिल्ली में घुसकर लाल किले पर अपना ही झंडा फहरा दिया। यही नहीं, राजधानी दिल्ली में कुछ जगहों पर किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच भिड़ंत भी हो गई।
देखते-देखते दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली काफी उग्र सी हो गई है। बता दें कि आईटीओ पर बवाल के बीच कई किसान लाल किले पर जा पहुंचे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करीब दो दर्जन ट्रैक्टरों पर सवार सैकड़ों किसान लाल किला परिसर में पहुंचकर जमकर हंगामा शुरू कर दिया है व इसके साथ ही उन्होंने अपने संगठन का झंडा भी फहरा दिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह झंडा वहां फहराया गया है जहां 15 अगस्त को प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं।
गौरतलब है कि इस मौके पर दिल्ली पुलिस के जवान भी पहुंच गए हैं। पुलिस मुख्यालय से बस कुछ ही दूर पर किसानों का गुस्सा ज़ोरों से फूट पड़ा और वहां पुलिस की बस को प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टर से धक्का दे मारा ताकि उसे सड़क से हटा दिया जाए।
दूसरी ओर पुलिस वाले उन्हें बहुत समझाते रहे पर हालात बेकाबू हो जाने के बाद से ही पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ गई। हालांकि पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया व साथ ही लाल किले पर किसानों के प्रदर्शन के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों के हाथों में सीपीएम के झंडे भी नजर आए थे।
देखना यह है कि किसानों का यह आंदोलन पूरी दिल्ली को और कितना परेशान करता है…
प्रिया की रिपोर्ट.