कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट, मुख्यमंत्री नितीश की पार्टी से दुश्मनी चिराग को महंगा पड़ा. निमंत्रण देकर फिर आने से मना कर दिया गया. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में चिराग पासवान को लेकर कहीं से भी मामला शांत होता नहीं दिखायी दे रहा है। बता दें कि बजट पेश होने से पहले बुलाई गई एनडीए की बैठक में एलजेपी को आमंत्रित किए जाने से सियासी घमासान शुरू हो गया है। हालांकि, LJP के अध्यक्ष चिराग पासवान को एनडीए की बैठक का निमंत्रण केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी की तरफ से ही भेजा गया। वहीं, जेडीयू सूत्रों की ओर से मिल रही जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार की नाराजगी के चलते बीजेपी आलाकमान की तरफ से चिराग पासवान को फोन करके कहा गया है कि वो इस बैठक में आमंत्रित नहीं हैं पर गलती से उन्हें एनडीए की बैठक का निमंत्रण चला गया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संसद का बजट सत्र का पहला भाग 15 फरवरी तक चलेगा जबकि सत्र का दूसरा भाग जो है वह 8 मार्च से 8 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा। इससे पहले, बजट सत्र के सुचारू रूप से संचालन को लेकर एनडीए दलों की बैठक बुलाई गई थी जिसमें चिराग पासवान को आमंत्रित किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें मना कर दिया गया। दूसरी ओर, बिहार चुनाव में जेडीयू के उम्मीदवारों के खिलाफ एलजेपी ने अपने उम्मीदवारों को उतारा था जिस कारण जेडीयू को विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर नुकसान हुआ था। बिहार विधानसभा चुनाव में एलजेपी ने एनडीए से अलग होकर लड़ा था। हालांकि, चिराग पासवान की पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था और पार्टी 243 सीटों में से केवल एक सीट ही जीत पाई थी।