नियमों के पालन में तार-तार हो गई रेल अधिकारियों की मानवतानहीं खुला रेलगेट,जाम में फंसी बच्ची की मौत झारखंड का दंपती ले जा रहा था वाहन से इलाज के लिए दुर्गापुर पांडवेश्वर स्टेशन प्रबंधक के खिलाफ आक्रोशित लोगों का प्रदर्शन. पांडेश्वर थाना अंतर्गत पांडवेश्वर रेल गेट फाटक अधिक समय तक बंद रहने के कारण से इलाज के लिए दुर्गापुर जा रही 10 वर्षीया रीमा साहा की मौत वाहन में ही हो गई। मर्मातंक घटना शुक्रवार की दोपहर एक बजे की है। मृतका पड़ोसी राज्य झारखंड के नाला थाना अंतर्गत कराला की निवासी थी। इलाज के लिए उसके माता-पिता उसे अपने साथ ले जा रहे थे। रेल फाटक बंद होने के कारण उनका वाहन फंस गया। काफी देर तक रेल गेट बंद रहने के बाद उसकी स्थिति लगातार बिगड़ने लगी। माता-पिता और स्थानीय लोगों ने रेल गेट कर्मचारी अशोक कुमार से आपात स्थिति को देखते हुए गेट खोलने का अनुरोध किया। किंतू उसने नियम का हवाला देते हुए गेट खोलने से इंकार कर दिया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
इस घटना से आक्रोशित निवासियों और परिजनों ने पांडवेश्वर स्टेशन प्रबंधक सुनील कुमार मंडल के कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने रेल फाटक पर मौजूद कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने स्थिति के स्थाई समाधान के लिए ओवरब्रिज की भी मांग की। तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने स्टेशन प्रबंधक श्री मंडल को संबंधित ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि अक्सरहां मालगाड़ी और यात्री ट्रेनों के आवागमन को लेकर रेल गेट बंद रहता है। इससे स्थानीय निवासियों को काफी परेशानी होती है। झारखंड के सीमावर्ती इलाकों के निवासी इसी सड़क से आवागमन करते है। श्री मंडल ने कहा कि आगामी दिनों में एम्बुलेंस एवं मरीजों को ले जा रहे वाहनों के लिए गेट खोलने का प्रयास किया जायेगा।
पिंटू भारती की रिपोर्ट.