आगरा. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने ब्रज में मुस्लिम समाज को उनकी जड़ों से परिचित कराने की ओर कदम आगे बढ़ाया है. आगरा के भदावर हाउस में हुए विशाल कार्यक्रम में संघ की राष्ट्रीयकार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने दो टूक कहा कि मुस्लिम समाज को मुगलों, अंग्रेजों और फिर कांग्रेस ने मुख्यधारा से अलग कर दिया. कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न हिस्सों से आए मुस्लिम समाज के लोगों ने इंद्रेश कुमार के वक्तव्य का कर्तल ध्वनि से स्वागत किया. मुस्लिम समाज ने इंद्रेश कुमार को एक तलवार भी भेंट की.कार्यक्रम में इंद्रेश कुमार ने अपने विचार रखते हुए कहा कि सदियों से मुस्लिम समाज को मुख्यधारा से अलग-थलग किया गया. इसके लिए मुगल जिम्मेदार थे. बाद में अंग्रेजों ने भी यही किया और आजादी के बाद कांग्रेस ने भी यही काम किया. मुस्लिम समाज की जिस तरह से शिक्षा दीक्षा होनी चाहिए थी, उसकी ओर ध्यान नहीं दिया गया. लेकिन अब वक्त बदल चुका है और अब अल्पसंख्यक समाज को समाज की मुख्यधारा के साथ जोड़ करके सबका विकास किया जाएगा.
राम मंदिर के लिए मुस्लिम समाज निधि समर्पण करेगा: इंद्रेश कुमार
आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि अयोध्या में बनने वाले प्रभु श्रीराम के मंदिर के लिए मुस्लिम समाज निधि समर्पण का भी काम करेगा. इसके लिए जगह-जगह कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि देश का 98 फ़ीसदी मुसलमानों की जड़ हिंदुस्तान में है, हिंदुस्तान में थी और हिंदुस्तान में रहेगी. यहां के मुसलमानों की संस्कृति भी अरबी, तुर्की या ईरानी नहीं बल्कि वह सिर्फ हिंदुस्तानी है. कार्यक्रम में पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह, रजनीश त्यागी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे.’मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से जुड़ रहे मुसलमान’इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग जुड़ रहे हैं. ऐसे लोगों में ना तो कट्टरता होगी, ना ही द्वेष भावना होगी. यह लोग सिर्फ और सिर्फ भारत के विकास के लिए काम करेंगे. बेहतर तालीम और तरक्की के जरिए इनके जीवन में तनाव मुक्त खुशहाली होगी. इंद्रेश कुमार ने कहा कि कट्टरता के त्याग से ही जीवन संघर्ष से मुक्त होता है. प्रमुख उद्देश्य ही है कि मुस्लिम समाज अपनी जड़ों को पहचाने और अपनी जड़ों की ओर लौटे.
सियाराम मिश्रा की रिपोर्ट.