नए कृषि कानूनों को लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रहा है. इस बीच ऐसी खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दे सकते हैं. ऐसे में पूरे देश की नजर इसपर होगी कि प्रधानमंत्री कृषि कानूनों पर क्या बोलते हैं? वैसे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा पूरी हो चुकी है.संसद के बजट सत्र के पहले चरण के दौरान राज्यसभा के पहले छह दिनों में खूब कामकाज हुआ और कार्यवाही का 82.10 प्रतिशत समय चर्चाओं और कामकाज में इस्तेमाल किया गया. आधिकारिक बयान के अनुसार, कार्यवाही के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर ऊपरी सदन में 15 घंटे चर्चा हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस चर्चा पर सोमवार को प्रश्नकाल में जवाब देंगे.हंगामे में बर्बाद हुआ इतना समय.पिछली तीन बैठकों में सदन में प्रस्ताव पर चर्चा मुख्य कार्य रहा जिसमें 25 दलों के 50 सदस्यों ने हिस्सा लिया. उसमें कहा गया है कि कार्यवाही के लिए कुल 20 घंटे 34 मिनट का समय तय था जिसमें से चार घंटे 14 मिनट का समय तीन फरवरी को हंगामे के कारण बर्बाद हो गया. हालांकि, शुक्रवार को सदन के सदस्य तय समय से 33 मिनट ज्यादा देरी तक कार्यवाही में शामिल हुए.धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा पर समय विस्तार के लक्ष्य से तीन फरवरी को प्रश्नकाल और चार तथा पांच फरवरी को प्रश्न काल और शून्यकाल दोनों समाप्त कर दिया गया था. शुक्रवार को गैर सरकारी सदस्यों के संकल्पों को भी स्वीकार नहीं किया गया. जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2021 को सदन में पेश किया गया. यह इस संबंध में जारी अधिसूचना का स्थान लेगा.पहले सप्ताह में सदन में आठ शून्यकाल और सात विशेष उल्लेख हुए. सदन में आम बजट 2021-22 पर अगले सप्ताह चर्चा होगी जिसके लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है.
धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट.