प्रियंका निगम की रिपोर्ट /गुजरात में नगर निकाय के चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अब अंदरूनी रार सामने आ रही है. कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल ने दावा किया है कि पार्टी ने उनके लिए एक पब्लिक मीटिंग तक आयोजित नहीं करवाई. हार्दिक ने दावा किया की पार्टी उनका भरपूर इस्तेमाल नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि उनके नेता उन्हें नीचे लाना चाहते हैं. पटेल ने दावा किया कि कांग्रेस की स्टेट यूनिट ने स्थानीय निकाय चुनावों से पहले उनके लिए एक भी सभा का आयोजन नहीं किया. दावा किया कि पिछले दस दिनों में उन्होंने 27 सार्वजनिक रैलियों में भाग लिया है. सभी अपने दम पर. पटेल कहा कि अगर अहमद पटेल होते तो वह बीजेपी को 219 सीटें नहीं बिना चुनाव लड़े नहीं हासिल होने. पटेल ने कहा कि गुजरात में साल 2015 में तालुका, जिला या नगरपालिका, महानगरपालिका के परिणाम केवल कोटा आंदोलन के कारण थे और यह कांग्रेस को स्वीकार करना होगा. मेरा मानना है कि पार्टी नेताओं को उन लोगों को समझने की जरूरत है जो आंदोलन से आए हैं क्योंकि हम दौरा कर रहे हैं. आज भी, मेरे दौरे लगातार जारी हैं. मेरी एक भी यात्रा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तय नहीं की है. फिर भी मैं पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार दौरे कर रहा हूं. चाहे कोई और करे या नहीं.मैं फिर से खड़ा हो जाऊंगा- पटेल, पटेल ने दावा किया कि कांग्रेस नेता उन्हें नीचे गिराना चाहते हैं. वह ऐसा करते रहें लेकिन मैं फिर से खड़ा हो जाऊंगा. आगामी 12 मार्च को हार्दिक के कांग्रेस में शामिल होने के दो साल पूरे हो जाएंगे. पटेल ने कहा ‘कई बार मैं पार्टी को बताता हूं कि जब मैं कांग्रेस में शामिल हुआ था, मैंने सोचा था कि कांग्रेस मेरा उपयोग करेगी. मुझे लगता है कि प्रदेश हाईकमान और राज्य पार्टी प्रभारी ऐसा करने में असफल रहे. मेरी सभाएं आयोजित करें. मैं एक दिन में 25 सभाएं करने के लिए तैयार हूं. आप मुझे बताएं कि आज से आपको 500 किलोमीटर की पदयात्रा करनी है. मैं पार्टी को बार-बार कहता हूं, मुझे कुछ काम दें.’सूरत में कांग्रेस का खाता भी ना खुलने को लेकर पटेल ने कहा कि पार्टी ने उन्हें और अधिक शामिल किया होता तो सूरत में इसे रोका जा सकता था. उनके अनुसार पार्टी ने उन्हें 19 फरवरी को चुनाव प्रचार के आखिरी दिन से एक दिन पहले रैली के लिए कहा. लेकिन जब उन्होंने दौरे ‘सात दिन पहले की योजना बनाई’ तो उन्होंने मना कर दिया.सूरत में नहीं होता यह हाल- पटेलकांग्रेस नेता ने कहा कि अगर पार्टी ने बताया होता कि सूरत में 25 रैलियां करनी हैं, तो इसका नतीजा यह नहीं होता. पार्टी को आत्मनिरीक्षण करना होगा और खुले तौर पर इस बारे में बोलना होगा कि वे कहां असफल रहे या कमजोर थे. गुजरात के 6.5 करोड़ लोग बीजेपी को स्वीकार नहीं करते हैं, चाहे कोई मानता हो या नहीं, लेकिन जनता चाहती है कि अगर कांग्रेस लड़ती है तो वे उसे वोट देंगे.पटेल ने कहा ‘एक बात स्पष्ट है कि मिसमैनेजमेंट के चलते बीजेपी 219 सीटें निर्विरोध जीत गई. राज्य में कोई ऐसा नेता नहीं है जो फोन करे और कहे, आप चिंता क्यों कर रहे हैं? अहमद भाई ने इस तरह के संकट को संभाला होगा.’