विकास कुमार सिंह की रिपोर्ट /कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज में 45 से अधिक उम्र के ऐसे लोगों का भी वैक्सीनेशन होगा जिन्हें पहले कोई बीमारी मौजूद है. शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि इनमें किन बीमारियों को शामिल किया गया है. सरकार ने इसमें 20 बीमारियों को शामिल किया है. इनमें किडनी, लीवर, हार्ट फेलियर सहित अन्य कई बीमारियों को शामिल किया गया है.कोरोना के संदर्भ में शुरू से कहा जाता रहा है कि मधुमेह से ग्रसित लोगों में संक्रमण के घातक होने का खतरा ज्यादा है. ऐसे में मधुमेह यानी डायबिटीज को भी इसमें जोड़ा गया है. साथ ही हाइपरटेंशन का इलाज करवा रहे लोग भी वैक्सीनेशन करवा सकते हैं.प्राइवेट अस्पतालों की भी होगी बड़ी भूमिका, एक डोज के लिए देने होंगे 250 रुपए.कोविड वैक्सीनेशन को रफ्तार देने के लिए बड़ी संख्या में प्राइवेट अस्पतालों को इस प्रक्रिया में शामिल किया गया है. आयुष्मान भारत योजना के तहत पैनल में शामिल किए गए तकरीबन 10 हजार प्राइवेट अस्पतालों और 600 सीजीएचएस अस्पतालों को सेंटर बनाया गया है. इसके अलावा राज्य चाहें तो अपने यहां की हेल्थ स्कीम के मुताबिक अन्य प्राइवेट अस्पतालों को भी जोड़ सकते हैं.वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों तथा किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को 1 मार्च से कोरोना वायरस रोधी टीका सरकारी केंद्रों पर नि:शुल्क लगाया जायेगा. वहीं, निजी क्लिनिकों एवं केंद्रों पर उन्हें इसके लिए शुल्क देना पड़ेगा.कुल 1,37,56,940 कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है.शनिवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक कुल 1,37,56,940 कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. स्वास्थ्यकर्मियों को अब तक 88,41,132 डोज दी गई है. जिसमें 66,37,049 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली डोज लगाई है. 22,04,083 स्वास्थ्यकर्मियों को दूसरी डोज दी गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक 49,15,808 फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की डोज दी गई है.