धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट /आरएसएस की पृष्ठभूमि से जुड़े तीरथ सिंह रावत गढ़वाल के सांसद हैं और उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। वह पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री पद पर रह चुके हैं। उन्हें मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी के सबसे वफादार नेताओं में गिना जाता रहा।गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। भाजपा विधायक मंडल दल की बैठक में उनका नाम अचानक से सामने आया। कार्यवाहक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीरथ सिंह के नाम का प्रस्ताव किया।उत्तराखंड के 10 वें सीएम बने तीरथ सिंह रावत.तीरथ सिंह रावत ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ.राज्यपाल ने दिलाई सीएम पद की शपथ,तीरथ सिंह रावत ने ली पद और गोपनीयता की शपथ.देहरादून में हुई विधायक मंडल दल की बैठक में पौड़ी लोकसभा क्षेत्र के सांसद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंप दी गई है.2019 लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल सीट में तीरथ सिंह रावत ने जीत दर्ज कर एक और कीर्तीमान अपने नाम कर लिया है। बीजेपी सांसद तीरथ सिंह रावत ने अपने विपक्ष में खड़े हुए कांग्रेस के प्रत्याशी मनीष खंडूरी को पराजित किया है। तीरथ सिंह रावत भारतीय भारतीय जनता पार्टी से संबंधित राजनीतिज्ञ है। वह फरवरी 2013 से दिसंबर 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और चौबट्टाखाल से भूतपूर्व रहे। जिसके बाद वह भाजपा के राष्ट्रीय सचिव रहे। उनका जन्म सीरों, पट्टी असवालस्यूं पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड में हुआ था। वर्ष 2000 में नवगठित उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे।इसके बाद 2007 में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए तत्पश्चात प्रदेश चुनाव अधिकारी तथा प्रदेश सदस्यता प्रमुख रहे। बता दें कि तीरथ सिंह रावत ने अपनी राजनीति की शुरूआत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से की। वह रामजन्म भूमि आन्दोलन में 2 महीने जेल में रहे। इसके अलावा उत्तराखण्ड आन्दोलन में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही। इस दौरान वह कई रैलियो में शामिल रहे एवं राज्य आन्दोलनकारी के रूप में चिन्हित किये गए।