कौशलेन्द्र पाण्डेय, मैंनेजिंग एडिटर /योग और आयुर्वेद के रूप में कोई नई विद्या नहीं दी है बल्कि स्वामी जी ने ऋषि मुनियों की पुरानी विद्या को सरल रूप में समाज को सार्थक रूप में दिया है,स्वामी रामदेव जी महाराज ने देश को तन,मन और धन से जो ऊर्जा दी है वो देश,समाज और संस्कृति को बचाने में वर्तमान समय में बहुत बड़ा कारक बन रहा है.यह तो जुबान है कुछ भी बोल सकती है. कारोबार व्यापार या सामान बेचा जाता है, ये आरोप गलत बिल्कुल गलत है,यहां सामान नहीं सच्चे इंसान को बना कर देश सेवा में समर्पित किया जा रहा है.अपनी संस्कृति को बचाने के लिए अपनी जवानी को भी ऋषि परंपरा और संस्कृति के लिए, बहुत से युवा अपना सब कुछ त्याग करके यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे है.संस्कृति के लिए यहां बहुत बड़ा कार्य हो रहा है जो लोग कहते हैं कि केवल व्यापार हो रहा है.तो परिवार में व्यापार नहीं होता परिवार में प्यार होता है और पतंजलि योगपीठ संस्थागत स्थिति में भी और संगठन स्थिति में भी हजारों लाखों करोड़ों का प्रतिनिधित्व कर रहा है यहां पर चाहे शिक्षा की बात की जाए ,संस्कारों की बात की जाए स्वदेशी की बात की जाए,चाहे आयुर्वेद और योग की बात की जाए… चाहे निःशुल्क प्राकृतिक चिकित्सा की बात की जाए, कोरोना कॉल के विकट संकट में भी पतंजलि ने इतिहास रचा है |आठ नौ 10 महीनो से लगातार लाखों लोगों को नया जीवन दिया है|विकृत मानसिकता के लोग होते हैं जो समाज और राष्ट्र को बिगाड़ते है, तो हमको जरूरत है देशभक्त, संस्कारवान, चरित्रवान, बलवान, बुद्धिमान जवान राष्ट्र भक्तों को एकजुट करके… मीडिया चाहे सोशल मीडिया हो या अन्य कोई भी मीडिया हो उन सबको राष्ट्र हित में काम करना चाहिए, जो सत्य है धर्म है जो यथार्थ है जो मर्यादित संयमित है उस कार्य को आगे बढ़ाने में सहयोग करना यह मेरी इच्छा है, CIN को भी शुभकामनाएं आप बहुत ही अच्छी प्रकार से कर रहे हैं मेरी शुभकामनाएं है और भी देशभक्तों को जोड़ें ताकि हमारा देश आगे बढ़ता रहे |संस्कृत पढ़ने वाला व्यक्ति संस्कृत पढ़ने वाला व्यक्ति कभी दुखी नहीं होता है, श्री स्वामी जी महाराज हजारों लाखों करोड़ों लोगों के आदर्श हैं और वह कभी दुखी नहीं होते हैं अभी तो सदा सर्वदा उत्साह देते हैं.पतंजलि योगपीठ ने देश को 100 सन्यासी एक बार दिए, सन्यास नाम से लोग डरते थे सन्यास परंपरा को दूषित करने वाले लोगों की भी संख्या यहां बहुत ही है तो उस कलंक को धोने का काम स्वामी जी महाराज ने किया है | सन्यास परंपरा क्या होती है ऋषि परंपरा क्या होती है इसको श्री स्वामी जी महाराज ने सब के पूरे संसार के सामने प्रतिष्ठित किया है दिखाया कि एक संन्यासी सबका सहयोग हो सकता है सबको निरोगी बना सकता है.