कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /पतंजलि योगपीठ के माध्यम से देश एक दिन विश्वगुरु बनेगा. पतंजलि योगपीठ पूरे विश्व को एक दी दिशा देने का काम करेगा और भारत को विश्व गुरु बनाएगा. मानवता की रक्षा करने में पतंजलि का बहुत बड़ा योगदान रहेगा. कोरोना काल के समय पूरी दुनिया ने देखा ,स्वामी रामदेव महाराज जी और आचार्य बालकृष्ण जी ने समाज को बचाने के लिए त्वरित वैज्ञानिकों को आदेश दिया , रिसर्च करो और कोरोना की दवा बनाओ , वैज्ञानिकों ने कोरोना की दवा बनाकर दुनिया को दिखा दिया कि पतंजलि में क्या दम है .आचार्य जी ने पतंजलि योगपीठ के माध्यम से हजारों सन्यासियों को समाज की सेवा में लगा दिया है. पतंजलि योगपीठ हजारों वर्ष पुराने पांडुलिपियों को संरक्षित करने में लगा हुआ है. पतंजलि योगपीठ जो पांडुलिपि या कुछ समय में खत्म हो जाती है, जिसको भारत के युवा कभी देख नहीं पाते की क्यों भारत एक दिन विश्वगुरु था और आज इतना संघर्ष कर रहा है, पतंजलि योगपीठ का पतंजलि अनुसंधान केंद्र दुर्लभ और एक हजार वर्ष पुरानी पांडुलिपियों को देश के बहुमूल्य विद्वानों के साथ मिलकर उसको संस्कृत और अंग्रेजी में रूपांतरित करवा कर भारत और विदेशों में युवाओं को पढ़ने के लिए उपलब्ध करवा रहा है कि युवा जान सके कि भारत कैसा था और भारत कैसे विश्व गुरु था, पतंजलि अनुसंधान केंद्र के अनेकों वैज्ञानिक हजारों वर्ष पुराने पाण्डुलिपि के खोज में लगे हुए हैं, उसको संरक्षित करवाने का कार्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज नेतृत्व में लगातार चल रहा है . पतंजलि योगपीठ के पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज में हजारों लोगों का निशुल्क इलाज हो रहा है, पतंजलि योगपीठ का एक ही उद्देश्य है देश का हर नागरिक स्वस्थ रहे, समृद्ध रहे स्वामी जी का एक ही सपना है.