प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 294 सीटें हैं, लेकिन इनमें से नंदीग्राम सबसे अधिक चर्चा में है. और हो भी क्यों ना, एक तरफ जहां बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद यहां से चुनाव जीतने की कोशिश में लगी हैं, बगावत करके भाजपा में आए शुभेंदु अधिकारी चुनावी जंग में उनके सामने खड़े हैं. दोनों नेताओं के बीच नंदीग्राम में बेहद कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है. यही वजह है कि भाजपा और तृणमूल दोनों ही दलों ने नंदीग्राम में अपने स्टार प्रचारक तैनात कर रखे हैं.बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 1 अप्रैल को नंदीग्राम में वोट डाले जाएंगे, ऐसे में वहां 31 मार्च शाम 5 बजे तक ही चुनाव प्रचार किया जा सकता है. हालात को देखते हुए ममता ने 28 मार्च से लेकर चुनाव प्रचार खत्म होने तक नंदीग्राम में ही रहने का फैसला किया है. उन्होंने इस विधानसभा क्षेत्र का अब तक एक बार ही दौरा किया है. माना जा रहा है कि प्रचार के आखिरी दिन तक ममता नंदीग्राम में धुआंधार रैलियां करेंगी. भाजपा ने भी ममता से तैयारी के लिए अपनी कमर कस ली है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को चुनाव प्रचार के लिए नंदीग्राम में रहेंगे. इसके अतिरिक्त अभिनेता से भाजपा नेता बने मिथुन चक्रवर्ती भी पार्टी के लिए एक रोड शो आयोजित करेंगे. इससे पहले शुभेंदु के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचार कर चुके हैं, जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नंदीग्राम में पार्टी के लिए रैली में समर्थन मांगा है.नंदीग्राम सीट पर एक अप्रैल को मतदान होने वाला है. इस सीट पर आठ उम्मीदवार मैदान में हैं. ममता और अधिकारी के अलावा, हुसैन, माकपा उम्मीदवार मीनाक्षी मुखर्जी, एसयूसीआई(सी) के मनोज कुमार दास और तीन अन्य निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की सभी 294 सीटों पर 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच विधानसभा चुनाव आठ चरणों में होंगे, जिसमें से 27 मार्च को पहले चरण का चुनाव संपन्न हो गया है. अब एक अप्रैल, छह अप्रैल, दस अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को चुनाव होंगे, जबकि मतों की गिनती दो मई को होगी.