उमर फारुख की रिपोर्ट कुमारधुबी/निरसा से,धनबाद की सीमा का आखिरी स्टेशन कुमारधुबी जो पश्चिम बंगाल के सीमा पर स्थित है। दुर्भाग्यवश या जानबूझ कर कह लिजिए जिसे नज़र अंदाज़ किया जा रहा है। उर्दू में लिखा हुआ कुमारधुबी स्टेशन का नाम सरा सर ग़लत है जहां आप हिन्दी और अंग्रेजी में शुद्ध रूप से पढ़ सकते हैं। पिछले कई सालों से यह साइन बोर्ड जिसपर उर्दू में कुमारधुबी ग़लत लिखा हुआ है लेकिन किसी की नज़र आज तक नहीं पड़ी। चाहे वो जन-प्रतिनिधियां हों या मिडिया कर्मी या कह लिजिए बुद्धिजीवी वर्ग किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगता। जब की आज की तारीख में गूगल साइट पर तमाम भाषाओं के लिए ट्रांसलेशन एप मौजूद है जिसके सहारे हम किसी भाषा को शुद्ध रूप से पढ़ लिख सकते हैं। उर्दू भाषा भी हमारी पहचान है इसके पढ़ने लिखने वाले को इससे काफी दुःख हुआ है। रेलवे विभाग से आग्रह है कि अति शीघ्र उर्दू में कुमारधुबी स्टेशन लेखनी को शुद्ध करें।