प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि ‘हम हर दिन चुनाव आयोग से शिकायत कर रहे हैं लेकिन वह हमारी बात नहीं सुन रहे हैं। वह केवल वही सुन रहे हैं जो भाजपा कह रही है। मैंने ऐसा असहाय चुनाव आयोग नहीं देखा…’
वहीं, ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी, शरद पवार, एम.के. स्टालिन, तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक को पत्र में लिखा, “मेरा मानना है कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के हमलों के खिलाफ एकजुट होकर प्रभावी ढंग से संघर्ष करने का समय आ गया है।
दूसरी ओर असम की राजधानी दिसपुर में गृह मंत्री अमित शाह ने यह कहा कि राहुल बाबा ने अपना घोषणापत्र बदरुद्दीन अजमल के अनुसार बनाया है। अजमल जैसे नेता के साथ, क्या कांग्रेस घुसपैठ रोक सकती है? अजमल की नजर सीमा पर है। अजमल, आप दिवास्वप्न क्यों देखते हैं, आपको कोई चाबी नहीं मिलेगी।
असम के कामरूप में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगे यह भी कहा कि अंदर ही अंदर लड़ाई लगाना उनका काम है। असम और बंगाल के लोगों के बीच झगड़ा लगाना, अपर और लोअर असम के बीच झगड़ा लगाना, बोडो और नॉन बोडो के बीच झगड़ा लगाना, ट्राइब और नॉन ट्राइब के बीच झगड़ा लगाना राहुल बाबा की पार्टी की पहचान है।