शैलेश तिवारी की रिपोर्ट /कलश स्थापना के साथ कोरोना से मुक्ति की कामना महावीर मंदिर में हुई विधिवत पूजा,चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा के अवसर पर मंगलवार को पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में कलश स्थापना की गई। ऊपरी तल्ले पर मां दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष पंडित जटेश झा ने कलश स्थापन कराया। इस अवसर पर महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने समस्त विश्व को कोरोना महामारी से मुक्ति की कामना के साथ संकल्प किया। उन्होंने नए विक्रम संवत्सर 2078 के पहले दिन सभी को नए साल की शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि चैत्र मास की नवमी तिथि जिसे रामनवमी के रूप में मनाया जाता है, को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने अवतार लिया था। अपने मानव जीवन काल में उन्होंने सबको साथ लेकर चलने का आदर्श प्रस्तुत किया। आज के समय में जब संसार में आपसी सद्भाव और सामंजस्य की कमी दिखती है हमें श्रीराम के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेनी चाहिए। कलश स्थापन के समय रामचरितमानस और बाल्मीकि रामायण के पाठ का भी संकल्प किया गया। महावीर मंदिर में पूरे नवरात्रि अवधि में महर्षि बाल्मीकि और गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित महाग्रंथों का पाठ किया जाता है। कोरोना संकट के कारण राज्य सरकार के आदेश के आलोक में आम भक्तों का प्रवेश मन्दिर में नहीं हुआ। प्रवेश द्वार के पास स्थित नैवेद्यम काउंटरों से भक्तों ने प्रसाद खरीदा और बाहर से ही अपने अराध्य को प्रणाम करके प्रसाद घर ले गए। महावीर मंदिर में सुबह चार बजे भगवान की जागरण आरती हुई। बंदी काल में भगवान की चारों पहर आरती और पूजा पूर्व निर्धारित दिनचर्या से हो रही है।